संदेश
भारत की चीन से मुकाबले की तैयारी शुरू - लेख - सुषमा दीक्षित शुक्ला
सीमा पर लगातार तनाव बना रहे चीन का भारत ने डटकर मुकाबला करने की तैयारी शुरू कर दी है। चीन के हर सवाल का जवाब देने के लिए भारत तैय…
राष्ट्र विजय अनुनाद करें - गीत - डॉ.राम कुमार झा "निकुंज"
ज्ञान विज्ञानी राष्ट्र मंच पर , सारस्वत यश रसधार बहे। भारत सेवा भक्ति प्रीति नित हम संघशक्ति बन सभी चलें। आ…
अपूर्ण जीवन - कविता - मधुस्मिता सेनापति
जीवन एक अपूर्ण किताव है, जितना भी पढ़लो अपूर्ण ही लगता है!! जीवन एक अपूर्ण नगमा है, जितना भी गा लो अधुरा सा लगता है!! जीवन एक …
अतुल नहीं मैं सागर हूँ - कविता - अतुल पाठक
अतुल नहीं मैं सागर हूँ भावनाओं से भरी इक गागर हूँ जज़्बात शायरी लिखता हूँ मैं अतुल हाथरसी शायर हूँ कल्पनाओं की दुनिया में रहता…
असफलता ही सफलता की सीढ़ी होती है - लेख - शेखर कुमार रंजन
असफलता की जिम्मेवारी वहीं लोग ले सकते है जिसमें वास्तविक दम हो। क्योंकि मुझे आप ऐसा एक भी बड़ी हस्ती बता दो जिसने असफलता का सामना नह…
वह आंखें दिखलाता है - कविता - सतीश श्रीवास्तव
हिंदी चीनी भाई भाई उसकी समझ न आता है, जिसकी आंखें खुली न पूरी वह आंखें दिखलाता है, पागलपन अब हद से ज्यादा चीनी ने दिखलाया है, गीद…
हमारा समाज और मीडिया - लेख - पम्मी कुमारी
चीन में कोरोना मरीजों को वहां की सरकार गोली से मरवा रही। सैटेलाइट इमेज से पता चल रहा कि चीन में लाशों को जलाने से आकाश लाल हो गया ह…
यही तो है जिंदगी - कविता - मधुस्मिता सेनापति
यह जिंदगी आग की तरह है जनाब यह आग अपने आप नहीं जलती आग जलने के लिए चिंगारियो की जरूरत होती है.... यह जिंदगी रंगमंच है जनाब जहां…
बरखा रानी - कविता - अतुल पाठक
बरखा रानी बड़ी सुहानी बहुत समय बाद आई हो धरती के मुरझे अधरों पर सावन का अमृत लाई हो जन मानुष पशु पक्षी के तपते जलते व्याकुल म…
आत्मनिरीक्षण आपकी आदतों से आपका परिचय कराता है - लेख - शेखर कुमार रंजन
आज के दौर में ज्यादा लोग बस यही सोचते रहते हैं कि मैंने किस प्रकार अपने बीते हुए समय का सही उपयोग नहीं कर पाया, काश मैंने अपने समय …
नित खुशियों के रंग भरें हम - गीत - डॉ. राम कुमार झा "निकुंज"
नित खुशियों के रंग भरें हम, दीन हीन जहाँ सुनसान हो। चन्द्र बनें दें शीतल छाया, सुखद अरु…
राजा - कहानी - पम्मी कुमारी
एक राजा था और वह जानता था, प्रजा कोई विरोध नहीं करने वाली अतः नित नए प्रयोग करता था तथा जानना भी चाहता था कि उसके कितने विरोधी पनप …
क्या ख़ता हो गई - ग़ज़ल - प्रदीप श्रीवास्तव
आप नाराज़ हैं क्या ख़ता हो गई। इन लबों की हँसी बेवफ़ा हो गई।। ये मुहब्बत बड़ी ही ग़ज़ब चीज़ है, पहले देती मज़ा अब सज़ा हो गई।। दूर मंज़ि…
हम मिलेंगे स्वर्ग के द्वार - कविता - बजरंगी लाल
मेंरे दिल को दुखाकर तुम मेंरे दिल में ही रहती हो, छुड़ाकर साथ अपना तुम मुझे क्यों दूर करती हो। नहीं है प्यार मुझसे जब कोई सुन लो म…
विकल वहां न जाइऐ, हो भल धन बौछार - दोहा - दिनेश कुमार मिश्र "विकल"
प्रथम करि वसुधा- बंदना, पूजि चरण पितु-मात। पीकर जल जाए शौच को,स्वच्छ करें निज गात।। जहां न हो मान-सम्मान, और आदर सत्कार। '…
मेरी कलम - कविता - अतुल पाठक
मेरी ज़िन्दगी में है सबसे करीब मेरी कलम दिल के जज़्बातों के संग है होती शरीक मेरी कलम जब भी हुआ अकेला अशांत 'अतुल' मैं मेर…
खुशी के आँसू - संस्मरण - सुषमा दीक्षित शुक्ला
बात उन दिनों की है ,जब मेरा चयन बतौर अध्यापिका एक ऐसे विद्यालय में हुआ जो पहले से शिक्षक विहीन हुआ करता था। अतः मैं उस विद्यालय की …
कुदरत और इंसान - कविता - मधुस्मिता सेनापति
बना है यह संसार जीबो जगत के समस्टि पर, इंसान कुदरत के साथ ही खिलवाड़ मत कर.... किसी ने समंदर में जहर ही फैलाया, साथ रहने का जज्ब…
पुनः खुशी बरसात हो - दोहा - डॉ. राम कुमार झा "निकुंज"
बाढ़ आंधियाँ साथ में , बिजली की सौगात। जान माल बलि ले गई , निर्मम यह बरसात।।१।। कहीं मेघ वरदान है , कहीं बना है काल। …
सकारात्मक सोच ही हमारी ताकत हैं - लेख - शेखर कुमार रंजन
मैं मृत्यु के बाद भी याद रखा जाना चाहता हूँ, तुरंत गुमनाम नहीं होना चाहता। मुझे यह कभी अच्छा नहीं लगेगा कि मेरे जाने से किसी को कोई…
सुकरात पर आरोप - कहानी - पम्मी कुमारी
बहुमत एक भीड़ का नाम है जिसके पास विवेक नहीं होता और वह मनमाने ढंग से काम करती है और मुझे भीड़ की परवाह नहीं है। सुकरात ने यह जवाब …
गरीबों के मसीहा - कविता - सतीश श्रीवास्तव
जब से मैंने उस गरीब की देखी फटी बिवाई, तुम्हीं बताओ कैसे कह दें तुम्हें मसीहा भाई। जिस दिन से यह दर्द बढ़े हैं कोई पास नहीं है,…
सैनिक - आलेख - अतुल पाठक
राष्ट्र के वास्तविक नायक सैनिक ही होते हैं , जो निजी स्वार्थ को त्याग कर अपने देश की रक्षा के लिए हमेशा सर्वस्व निछावर करने के लिए …
ये मातृ भूमि का वन्दन है - गीत - सुषमा दीक्षित शुक्ला
ये मातृभूमि का वंदन है अभिनंदन है। हम सब तेरे रखवाले मां, ये माँ बच्चों का बंधन है। ये मातृभूमि का वन्दन है अभिनन्दन है। तेरी …
साहित्य रचना कोष में पढ़िएँ
विशेष रचनाएँ
सुप्रसिद्ध कवियों की देशभक्ति कविताएँ
अटल बिहारी वाजपेयी की देशभक्ति कविताएँ
फ़िराक़ गोरखपुरी के 30 मशहूर शेर
दुष्यंत कुमार की 10 चुनिंदा ग़ज़लें
कैफ़ी आज़मी के 10 बेहतरीन शेर
कबीर दास के 15 लोकप्रिय दोहे
भारतवर्षोन्नति कैसे हो सकती है? - भारतेंदु हरिश्चंद्र
पंच परमेश्वर - कहानी - प्रेमचंद
मिर्ज़ा ग़ालिब के 30 मशहूर शेर