भारत की चीन से मुकाबले की तैयारी शुरू - लेख - सुषमा दीक्षित शुक्ला

सीमा पर लगातार तनाव बना रहे चीन का भारत ने डटकर मुकाबला करने की तैयारी शुरू कर दी है।
चीन के हर सवाल का जवाब देने के लिए भारत तैयार है, एवं चीन की हर पैंतरेबाजी को नाकाम बनाया जाएगा।
हमारी भारतीय सीमा पर जो निर्माण कार्य चल रहा है वह सेना के निर्देशानुसार यूं ही चलता रहेगा। भारत चीन की वास्तविक नियंत्रण रेखा जो कि एलएसी कहलाती है ,उस पर चीनी सैनिकों की गतिविधियां जारी हैं। चीनी सैन्य बल को नाकामी ही हाथ आएगी।
मौजूदा स्थिति के अनुसार भारतीय सीमा पर हालात बिगड़े हुए हैं। गलवान घाटी पर दोनों देशों की सैन्य शक्तियों के बीच तनातनी तो चल ही रही है ,जिसमें  तनाव में लगातार इजाफा हो रहा है। भारत ने कहा कि वह पीछे हटने वाला नहीं। भारतीय क्षेत्र की लद्दाख सीमा पर सड़कें व आधारभूत ढांचे के निर्माण कार्य को रोकने के मकसद से ही चीनी सेना ने सीमा का अतिक्रमण की बढ़ाई है ।मगर हमारा निर्माण कार्य जारी रहेगा।

2017 में डोकलाम में भारत-चीन के बीच सैनिकों की सीमा पर हुई भिड़ंत के सबसे तनावपूर्ण दौर के बाद लद्दाख सीमा क्षेत्र में चीनी सैनिकों का भारतीय सीमा क्षेत्र में अतिक्रमण सबसे गंभीर मसला बनता जा रहा है। अतः भारतीय लोग जवाबी कदम उठाने से अब नहीं  हिचकेंगे।
भारत, चीन द्वारा सीमा विवाद को लेकर दबाव बनाने की चीनी रणनीति का दाँव भली-भांति समझ चुका है ।अतः भारतीय सेना मजबूती से डटी हुई है।
चीन ने पूरे क्षेत्र पर अपना दावा किया है।
उधर  चिनफिंग भी अपनी युद्ध की तैयारी बढ़ा रहा है ।उसने अपनी सेना को तैयार रहने के निर्देश दिए हैं, एवं अपने देशवासियों को भी भारत का मुकाबला करने की हिदायत दी है।
जिनफिंग के इस चुनौती पूर्ण स्मम्बोधन से तनाव मे और भी इजाफा हुआ है।

अतः युद्ध का माहौल लगातार बनता जा रहा है।
मेरा एक स्वरचित गीत नीचे दिया है जो हम भारतीयों की देशभक्ति एवं आंतरिक शक्ति का उद्बोधक है,,,
ये मातृ भूमि का वन्दन है 

ये मातृभूमि का वंदन है अभिनंदन है।
हम  सब तेरे रखवाले  मां,
ये माँ बच्चों का बंधन है।
ये मातृभूमि का वन्दन है अभिनन्दन है।
तेरी  आन न जाने पाये,
तुझपे जान लुटा देंगे।
तेरे चरणों में लाकर के,
शत्रू शीश झुका देंगे।
ये मातृभूमि का वन्दन  है अभिनंदन है।
हम  सब तेरे रखवाले मां,
ये मां बच्चों का बंधन है।
चंदन जैसी तेरी ममता,
है रखनी  तेरी शान हमें।
अगर जरूरत पड़ी वक्त पर,
न्योछावर है  प्रान  तुम्हें।
ये मातृभूमि का वन्दन  है अभिनंदन है।
हम सब तेरे रखवाले,
मां ये मां बच्चों का बंधन है।
मां तेरा क्रंदन असहनीय,
ऐ! मातृभूमि तू प्यारी है।
हम तेरे प्यारे बालक हैं,
तू हम सब की फुलवारी है।
ये मातृभूमि का वंदन है अभिनंदन है।
हम सब तेरे रखवाले मां,
ये माँ बच्चों का बंधन है।

सुषमा दीक्षित शुक्ला - राजाजीपुरम, लखनऊ (उ०प्र०)

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