संदेश
मुझे देखकर अब उसका शर्माना चला गया - ग़ज़ल - ममता शर्मा 'अंचल'
मुझे देखकर अब उसका शर्माना चला गया, राह देखने वाला आज ज़माना चला गया। जैसे बच्चे जीते बेफ़िक्री में जीवन को, आज बुज़ुर्गों से उनका डर जान…
इक ख़ुमारी है बे-क़रारी है - ग़ज़ल - रोहित सैनी
अरकान : फ़ाइलातुन मुफ़ाइलुन फ़ेलुन तक़ती : 2122 1212 22 इक ख़ुमारी है, बे-क़रारी है, रूह प्यासी है, मन भी भारी है। इक सदी है कि जो गुज़र ग…
हर तरफ़ रंज है आलाम है तन्हाई है - ग़ज़ल - अरशद रसूल
अरकान : फ़ाइलातुन फ़इलातुन फ़इलातुन फ़ेलुन तक़ती : 2122 1122 1122 22 हर तरफ़ रंज है, आलाम है, तन्हाई है, ज़िंदगी आज तू किस मोड़ पे ले आई ह…
जो बचाना चाहते हो बच भी जाएगा मगर - ग़ज़ल - रोहित सैनी
अरकान: फ़ाइलातुन फ़ाइलातुन फ़ाइलातुन फ़ाइलुन तक़ती: 2122 2122 2122 212 जो बचाना चाहते हो बच भी जाएगा मगर, एक दिन मौसम सुहाना दिल जला…
कोई ख़ुशबू, कोई साया, याद आया रात भर - ग़ज़ल - रोहित सैनी
अरकान: फ़ाइलातुन फ़ाइलातुन फ़ाइलातुन फ़ाइलुन तक़ती: 2122 2122 2122 212 कोई ख़ुशबू, कोई साया, याद आया रात भर, जाने किसकी, याद ने हमको …
ख़ुश्क तबियत हरी नहीं मिलती - ग़ज़ल - गिरेन्द्र सिंह भदौरिया 'प्राण'
अरकान : फ़ाइलुन फ़ाइलुन मुफ़ाईलुन तक़ती : 212 212 1222 ख़ुश्क तबियत हरी नहीं मिलती, और फिर रसभरी नहीं मिलती। लोग कहते कि चाँदनी देखो, …
जो न समझते पाक मुहब्बत - ग़ज़ल - ममता शर्मा 'अंचल'
जो न समझते पाक मुहब्बत, उन ख़ातिर है ख़ाक मुहब्बत। जिन्हे तजुर्बा नहीं इश्क़ का, उनको रहती ताक मुहब्बत। नफ़ा खोजते हैं जो इसमें, उनकी…
प्यार में कोई दवा क्या है दुआ क्या है - ग़ज़ल - रोहित सैनी
अरकान: फ़ाइलातुन फ़ाइलातुन फ़ाइलातुन फ़ा तक़ती: 2122 2122 2122 2 प्यार में कोई दवा क्या है दुआ क्या है, जो हुआ उसमें बुरा क्या है भल…
उसने जब-जब कोई मुझसे सवाल पूछा है - ग़ज़ल - डॉ॰ राकेश जोशी
अरकान : फ़ाइलुन मुफ़ाईलुन फ़ाइलुन मुफ़ाईलुन तक़ती : 212 1222 212 1222 उसने जब-जब कोई मुझसे सवाल पूछा है, मैंने तब-तब पलट के उसका हाल पूछ…
झाँक कर दिल में कभी मैं देखूँ जब भी आरज़ू - ग़ज़ल - कमल पुरोहित 'अपरिचित'
अरकान : फ़ाइलातुन फ़ाइलातुन फ़ाइलातुन फ़ाइलुन तक़ती : 2122 2122 2122 212 झाँक कर दिल में कभी मैं देखूँ जब भी आरज़ू, पा ही जाता हूँ हम…
गुड़ शहद और मिश्री जैसी मीठी अपनी भाषा है - ग़ज़ल - कमल पुरोहित 'अपरिचित'
अरकान : फ़ाइलातुन फ़ाइलातुन फ़ाइलातुन फ़ाइलुन तक़ती : 2122 2122 2122 212 गुड़ शहद और मिश्री जैसी मीठी अपनी भाषा है, शुद्ध सुंदर अति म…
हमदर्द बन के कोई, हमें दर्द दे गया - ग़ज़ल - नागेन्द्र नाथ गुप्ता
अरकान: मफ़ऊल फ़ाइलातु मुफ़ाईलु फ़ाइलुन तक़ती: 221 2121 1221 212 हमदर्द बन के कोई, हमें दर्द दे गया, खुख चैन छीन, आह हमें सर्द दे गया…
दीवारों से कान लगाकर बैठे हो - ग़ज़ल - डॉ॰ राकेश जोशी
अरकान : फ़ेलुन फ़ेलुन फ़ेलुन फ़ेलुन फ़ेलुन फ़ा तक़ती : 22 22 22 22 22 2 दीवारों से कान लगाकर बैठे हो, पहरे पर दरबान लगाकर बैठे हो। इसस…
दुष्यंत कुमार की 10 चुनिंदा ग़ज़लें | Dushyant Kumar 10 Best Ghazals
(1) ये सारा जिस्म झुक कर बोझ से दोहरा हुआ होगा ये सारा जिस्म झुक कर बोझ से दोहरा हुआ होगा, मैं सज्दे में नहीं था आप को धोका हुआ होग…
किसी की ज़िन्दगी क़ायम नहीं है - ग़ज़ल - नागेन्द्र नाथ गुप्ता
अरकान : मुफा़ईलुन मुफा़ईलुन फ़ऊलुन तक़ती : 1222 1222 122 किसी की ज़िन्दगी क़ायम नहीं है, मगर जो आज है हरदम नहीं है। किसी से पूछिए…
बेख़ुदी में सवाल करते हो - ग़ज़ल - शमा परवीन
अरकान : फ़ाइलातुन मुफ़ाइलुन फ़ेलुन तक़ती : 2122 1212 22 बेख़ुदी में सवाल करते हो, तुम हमेशा कमाल करते हो। जब किसी राह में हो तुम मिलते…
तेरी दावत में गर खाना नहीं था - ग़ज़ल - डॉ॰ राकेश जोशी
अरकान : मुफ़ाईलुन मुफ़ाईलुन फ़ऊलुन तक़ती : 1222 1222 122 तेरी दावत में गर खाना नहीं था, तुझे तंबू भी लगवाना नहीं था। मेरा कुरता पुराना…
साथ मुश्किल में भला कौन दिया करता है - ग़ज़ल - सुशील कुमार
अरकान : फ़ाइलातुन फ़यलातुन फ़यलातुन फ़ेलुन तक़ती : 2122 1122 1122 22 साथ मुश्किल में भला कौन दिया करता है, ज़ख़्म भर जाए यहाँ कौन दुआ क…
या मकानों का सफ़र अच्छा रहा - ग़ज़ल - डॉ॰ राकेश जोशी
अरकान : फ़ाइलातुन फ़ाइलातुन फ़ाइलुन तक़ती : 2122 2122 212 या मकानों का सफ़र अच्छा रहा, या ख़ज़ानों का सफ़र अच्छा रहा। जो ज़बाँ लेकर चले …
न अपनों को सताओ - ग़ज़ल - ममता शर्मा 'अंचल'
अरकान : फ़ाइलुन फ़ाइलात तक़ती : 212 2121 न अपनों को सताओ, क़सम से मान जाओ। भले इक ख़्वाब बनकर, कभी तो याद आओ। कभी आकर अचानक, अजी कुछ तो सु…