संदेश
माँ कूष्मांडा - गीत - उमेश यादव
आदिस्वरुपा माँ कूष्मांडा, सृष्टि धारक पालक हो माता। रोग शोक का अंत करो माँ, सिंहवाहिनी भगवती माता॥ अष्टभुजा हे आदिशक्ति माँ, निज स्…
म्हारो नववर्ष आयो - गीत - हिमांशु चतुर्वेदी 'मृदुल'
आयो रे आयो म्हारो शुभदिन आयो आयो रे आयो म्हारो नववर्ष आयो चैत्र नवरात्रि रो प्रथम दिवस आयो नव प्रभात नवरंग संग साथ लायो आयो रे आयो म…
हो जाए - गीत - सिद्धार्थ गोरखपुरी
हरारत हो ग़मों को भी ये अक्सर ख़ुशियाँ कहतीं हैं सजल आँखों की चाहत है उन्हें आराम हो जाए कहने-कहाने को पैदा हुई दुनिया गर हम जो कुछ कह द…
तोहरो रूप गढूँ मैं राधिका प्यारी - गीत - रोहित सैनी
छंद : राधिका छंद (13, 9 मात्रा पर विराम कुल चार पंक्ति (22मात्रा)) सुनो वृषभानु कुमारी, राधिका प्यारी तोहरो पंथ निहारी, अँखियाँ दुखारी…
चढ़ा प्रेम का रंग सभी पर - गीत - सुशील शर्मा
चढ़ा प्रेम का रंग सभी पर होली आई रे भैया मन मिश्री तन रंग लगाए नाचें साथी छम-छम-छम यौवन का उल्लास समेटे बजे मृदंगा डम-डम-डम प्रेम, मौ…
होली आई रे - गीत - अजय कुमार 'अजेय'
होली आई रे होली आई रे। मस्ती छाई रे मस्ती छाई रे। रंगों से भरी पिचकारी, छोरा-छोरी चोरी मारी। गुब्बारे में भर-भर रंग सारे, हुरियारे साध…
श्रद्धा भक्ति प्रेममय होली है - गीत - डॉ॰ राम कुमार झा 'निकुंज'
ब्रज होली है रंगों का त्यौहार राधा संग खेलें होली रे। गोरी राधा हृदय गोपाल मन माधव प्रिय हमजोली रे। मोहे रंग दे गुलाल गाल फागुनी होल…
तो समझो की ये होली है - गीत - उमेश यादव
नयनों में ख़ुमारी छाए, साँसों में भी उष्णता आए। मन मिलने को अपनों से, होकर अधीर अकुलाए॥ लहरों सा हिलोरे ले मन, तो समझो की ये होली है॥ म…
क्षितिज के पार जाना है - गीत - उमेश यादव
उठो जागो बढ़ो आगे, क्षितिज के पार जाना है। सुनो नारियों, आगे बढ़कर, अपना मार्ग बनाना है॥ जकड़ी थी ज़ंजीरों से पर, तूने क़दम बढ़ाई थी। झाँसी…
शिव आपको प्रणाम है - गीत - सुशील शर्मा
सर्वविग्रहाय शिवाय तत्पुरुषाय अखण्डाय शिव आप अविराम हैं। हर्यश्वाय यज्ञाय महाकायाय हरये विष्णुप्रसादिताय शिव आपको प्रणाम है। महाप्रस…
शिव पार्वती मंगलगीत - गीत - हिमांशु चतुर्वेदी 'मृदुल'
शिव भोले भंडारी, शिव भोले भंडारी कैलाश के राजा, शिव भोले भंडारी नीलकंठ हे महादेव तुम भोले भंडारी जड़ चेतन के स्वामी तुम भोले भंडारी मह…
राष्ट्र की उपासना ही, अश्वमेधिक लक्ष्य हैं - गीत - उमेश यादव
राष्ट्र की उपासना ही, आश्वमेधिक लक्ष्य है। पराक्रम से राष्ट्र रक्षा, यज्ञ संस्कृति रक्ष्य है॥ अश्व है प्रतीक साहस, शौर्य और पुरुषार्थ …
अपनापन - गीत - डॉ॰ राम कुमार झा 'निकुंज'
खोता जीवन सुख अपनापन, वह स्वार्थ तिमिर खो जाता है। कहँ वासन्तिक मधुमास मिलन, पतझड़ अहसास दिलाता है। भौतिक सुख साधन लिप्त मनुज,अपनापन क…
मेरा गाँव - गीत - सुषमा दीक्षित शुक्ला
मेरे गाँव की सोधीं मिट्टी, अम्मा की भेजी चिट्ठी। स्कूल से हो जब छुट्टी, वो बात-बात पर खुट्टी। हर बात याद क्यूँ आती? ना भूली मुझसे जाती…
हे हंसवाहिनी माता - गीत - सुषमा दीक्षित शुक्ला
हे हंसवाहिनी माता! अब हम पे रहम करना। हम तेरे ही बालक हैं, माँ हमपे करम करना। सुन मेरी करुण कहानी, माँ दूर करो नादानी। मैं दुर्बल सठ अ…
विश्वास रखो मैं लौटूँगा - गीत - डॉ॰ राम कुमार झा 'निकुंज'
रोना मत सजनी विरही बन, विश्वास रखो मैं लौटूँगा। सुन लो पुकार तुम सीमा पर, सीमांत विजय कर लौटूँगा। भारत पड़ोस सुन लो गर्जन, प्रिय सिं…
एक बार प्रिये - गीत - सुशील कुमार
तुझपे तन मन सब वारु मैं बस तुझको अपना मानू मैं जीवन की सारी ख़ुशियाँ कर दूँ तुझपे न्योछार प्रिये तू कह दे बस एक बार प्रिये तुझको मुझसे…
अखिल विश्व के स्वामी राम - गीत - सुशील शर्मा
अखिल विश्व के स्वामी राम, भक्तों के अनुगामी राम। माँ कौशल्या के राजदुलारे, कैकई माता के हैं प्यारे। नेह भरी सुमित्रा माई, लखन शत्रुघ्न…
मेरे श्रीराम आए हैं - गीत - डॉ॰ राम कुमार झा 'निकुंज'
चलें अयोध्या धाम मेरे श्रीराम आए हैं। सजे अवध सुखधाम, किशोरी श्याम आए हैं। ख़ुशियाँ फैली अविराम, लखन सत्काम आए हैं। भरत लाल हनुमान, …
आज घर-घर दिए फिर जलाएँगे हम - गीत - सुषमा दीक्षित शुक्ला
खिल उठे दिल, पड़े श्रीराम के क़दम, आज घर-घर दिए फिर जलाएँगे हम। आपका शुभ दरस पा गए आज हम, आज सार्थक हुआ है ये मेरा जनम। आज घर-घर दिए फिर…