संदेश
फूल और हम - कविता - वंदना यादव
हम - पूछ रहे है कलियों से कब ये तुमको खिलना है, बस कुछ पल की देरी है, अब किसी से हमको मिलना है। जल्दी उठो पंखुड़ियाँ खोलो, अब कुछ न त…
मातृभूमि - कविता - योगेंद्र पांडेय
फिर से ग़ुलामी की न, बेड़ियों में बाँध सके, भारत माँ पूर्ण, स्वाभिमान माँग रही है। सबके ज़बान पर, अंकित हो इतिहास, जन गण मन वाली, गान म…
वक़्त का परिंदा - कविता - जयप्रकाश 'जय बाबू'
वक़्त का परिंदा आया, ना जाने किस देश से हो, यह सिखलाए सत्य ईमानदारी प्रेम का वेश हो। एक ही देश है, एक ही राग, एक ही गान हमारा, एक ही लह…
तिरंगा - कविता - देवेश द्विवेदी 'देवेश'
सीमा से आती देश की पुकार तिरंगा, है हिन्द के ऐश्वर्य की जयकार तिरंगा। होली, दीवाली, ईद का त्योहार तिरंगा, सैनिक के लिए देश का उपहार ति…
नेताजी सुभाष चंद्र बोस और गिरिडीह - आलेख - डॉ॰ ममता बनर्जी 'मंजरी'
गिरिडीह के सुनहरे अतीत के पन्ने खोलकर देखने से पता चलता है कि यह कभी बंगालियों का गढ़ हुआ करता था। यहाँ के शुद्ध वारावरण और सुंदर आबोहव…
गणतंत्र दिवस - कविता - डॉ॰ रेखा मंडलोई 'गंगा'
स्वतंत्र देश में आया गणतंत्र, आओ मिलकर ख़ुशी मनाएँ। वासंती परिधान पहन कर, मातृभूमि पर बलि-बलि जाएँ। ऋतुराज भी स्वागत में देखों, रंगीन …
गणतंत्र सृजित जय हिन्द वतन - गीत - डॉ॰ राम कुमार झा 'निकुंज'
गणतंत्र सृजित जय हिन्द वतन, जन गण अधिनायक भारत है। जल सप्त सिन्धु प्रच्छालित पद, शुभ सरिता सप्तक भारत है। आज़ादी के दीवाने हम, बल…
सुभाष चंद्र बोस - कविता - प्रवल राणा 'प्रवल'
23 जनवरी को कटक में जन्मे, सुनो सुभाष की जीवन गाथा। जानकी नाथ बोस थे पिताश्री, प्रभावती थीं सुभाष की माता। कटक से प्राथमिक शिक्षा ली थ…
हमारा भारत - गीत - डॉ॰ रवि भूषण सिन्हा
अरुणाचल है शीश हमारा, कश्मीर से कन्याकुमारी, मेरी बाँहें। राजस्थान, गुजरात है पग हमारा, और दिल्ली आत्मा, और दिल्ली आत्मा। है है, है है…
झारखण्ड के अमर शहीदों को जोहार : अमर शहीद तिलका माँझी - धारावाहिक आलेख - डॉ॰ ममता बनर्जी 'मंजरी'
अमर शहीद तिलका माँझी जन्म - 11 फ़रवरी, 1750 मृत्यु - 13 जनवरी, 1785 तिलका माँझी का जन्म बिहार के सुल्तानगंज में तिलकपुर नामक गाँव में…
वीरांगना महारानी लक्ष्मीबाई - कविता - राघवेंद्र सिंह
स्वाभिमान के रक्त से रंजित, हुई धरा यह प्रिय पावन। हिला हुकूमत का सिंहासन, और हिला सन् सत्तावन। राजवंश की शान थी जागी, जाग उठा वीरों क…
लक्ष्मीबाई - कविता - गोकुल कोठारी
विषय नहीं आज यह, वह नर थी या नारी थी, लेकिन थी हाहाकारी, आदिशक्ति अवतारी थी। मातृभूमि की आन पर जब भी बन आई है, नर ही क्या यहाँ नारी भी…
हे हिन्द की धरोहर! - कविता - राघवेंद्र सिंह | पण्डित जवाहरलाल नेहरू पर कविता
हे रत्न! भूमि भारत, हे हिन्द की धरोहर! हे हिन्द स्वप्नदृष्टा! हे हिन्द के जवाहर! सच्चे सपूत तुम थे, इस हिन्द वाटिका के। तुम ही यहाँ थे…
हम नहीं है कम - कविता - सुरेन्द्र सिंह भाटी
1. पड़ी जब इतिहास में तलवार उठाने की ज़रूरत तो हमने उठाई, क्रिकेट मैच के संकट में बल्ला उठाके बाजी भी हमने जिताई। आसमाँ से लेकर चाँद को…
हमारे राष्ट्रपिता - कविता - गणपत लाल उदय
महात्मा गाँधी कहलाएँ राष्ट्रपिता हमारे, आत्मशुद्धि शाकाहारी प्रेरणा देने वाले। सादा जीवन व उच्च विचार रखने वाले, भारत देश को स्वतंत्रत…
जय गाँधी शास्त्री नमन - दोहा - डॉ. राम कुमार झा 'निकुंज'
सत्य त्याग शालीनता, कर्म धर्म समुदार। गाँधी शास्त्री युगल वे, स्वच्छ न्याय आधार॥ मार्ग अहिंसा विजय का, जीवन उच्च विचार। जीया जीवन स…
भारत रत्न लाल बहादुर शास्त्री - कविता - डॉ॰ रेखा मंडलोई 'गंगा'
सादा जीवन उच्च विचार वाले शास्त्री जी को था सादगी से प्यार, द्वितीय प्रधानमंत्री बन भारत को सिखलाया जिसने सदाचार। गांधीवादी विचार धारा…
दो स्वातंत्र्य समर योद्धा - कविता - शिव शरण सिंह चौहान 'अंशुमाली' | महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री पर कविता
नोवाखाली की गलियों में जो घूमा था वह गांधी है। अंग्रेजों को भगा दिया जो सत्याग्रह से वह गांधी है। सत पथ चला 'अंशुमाली' जो प्रा…
शहीद-ए-आज़म: सरदार भगत सिंह - कविता - आर॰ सी॰ यादव
सिंह गर्जना थी तुम में, साहस अदम्य, बल पौरुष था। माँ भारती के अमर पुत्र, बुद्धि विवेक अपर बल था॥ श्रेष्ठ विचारक, लेखक, चिंतक, वक्ता प्…
धरा का गीत - कविता - मेघना वीरवाल
बसा है धरती के कण कण में प्रेम दया और स्वाभिमान, कहने को महज़ शब्द ही यहाँ मिलेंगे अतरंगी विधि विधान। नित नया भाव जगाती करके सूरज का गु…