संदेश
दशानन दहन - कविता - आर॰ सी॰ यादव
हे रावण! हम जलाते हैं प्रतिवर्ष परंतु तुम जलते ही नहीं आग की लपटो में घिरे अट्टाहस हँसी हँसते हो मानो कुछ कहना चाहते हो समाज को जो त…
रावण, ज्ञान और अधर्म - लेख - सिद्धार्थ 'सोहम'
रावण, लंकेश, दशानन इत्यादि नामों से प्रसिद्ध ऋषि पुलस्त्य का वंशज, वेदांग का ज्ञाता, भक्ति और शक्ति में लीन, परम प्रतापवान नीति पारंगत…
शिव स्वरूप श्री नीलकंठ - कविता - उमेश यादव
दिव्य मनोहर सुन्दर नभचर, शिव दर्शन मनभावन है। शिवस्वरुप श्री नीलकंठ का, शुभदर्शन अति पावन है॥ रावण वध से पूर्व राम ने, शिवशंकर आह्वान…
रावण ज़िंदा है - कविता - गोकुल कोठारी
सत्य आग्रही राम ने मारा, पर दुराग्रही रावण नहीं हारा। सदियों से हम फूँक रहे हैं, सारी ताक़त झोंक रहे हैं। लेकिन वह मायावी सठ, उसकी अपनी…
रामराज्य - कविता - अखिलेश श्रीवास्तव
नौजवान इस देश के अब एक नया इतिहास रचाएँगे, भ्रष्ट ग़ुंडे अपराधी लोगों को अब नेता नहीं बनाएँगे। एक अखंड भारत की घर-घर में अलख जगाएँगे,…
दशहरा का पर्व पावन - कविता - शिव शरण सिंह चौहान 'अंशुमाली'
दशहरा का पर्व पावन 'अंशुमाली' का नमन। ख़ुश रहो सब मीत मेरे स्नेह लो पावन गहन। बढ़ो उन्नति पंथ पर तुम शुभकामनाएँ दे रहा– लघु मीत…
रावण दहन - कविता - आशीष कुमार
लगा हुआ है दशहरे का मेला, खचाखच भरा पड़ा मैदान है। चल रही है अद्भुत रामलीला, जुटा पड़ा सकल जहान है। धनुष बाण लिए श्रीराम खड़े, सामने ख…
रावण वध - कविता - संजय राजभर 'समित'
मैं स्वयं रावण हूँ प्रति क्षण स्वयं से अंदर ही अंदर लड़ता हूँ, बाहर माया मोह का एक घना जंजाल है। बुद्ध महावीर कबीर स्वयं की …
हमारे राष्ट्रपिता - कविता - गणपत लाल उदय
महात्मा गाँधी कहलाएँ राष्ट्रपिता हमारे, आत्मशुद्धि शाकाहारी प्रेरणा देने वाले। सादा जीवन व उच्च विचार रखने वाले, भारत देश को स्वतंत्रत…
जय गाँधी शास्त्री नमन - दोहा - डॉ. राम कुमार झा 'निकुंज'
सत्य त्याग शालीनता, कर्म धर्म समुदार। गाँधी शास्त्री युगल वे, स्वच्छ न्याय आधार॥ मार्ग अहिंसा विजय का, जीवन उच्च विचार। जीया जीवन स…
गांधी जी और स्वतंत्र भारत की स्त्री - लेख - सुनीता भट्ट पैन्यूली
गांधी जी का जीवन-दर्शन आश्रय स्थल है उन जीवन मूल्यों और विचारों का जहाँ श्रम है, सादगी है सदाचार है, आत्मसम्मान है, सत्य है, अहिंसा है…
भारत रत्न लाल बहादुर शास्त्री - कविता - डॉ॰ रेखा मंडलोई 'गंगा'
सादा जीवन उच्च विचार वाले शास्त्री जी को था सादगी से प्यार, द्वितीय प्रधानमंत्री बन भारत को सिखलाया जिसने सदाचार। गांधीवादी विचार धारा…
दो स्वातंत्र्य समर योद्धा - कविता - शिव शरण सिंह चौहान 'अंशुमाली' | महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री पर कविता
नोवाखाली की गलियों में जो घूमा था वह गांधी है। अंग्रेजों को भगा दिया जो सत्याग्रह से वह गांधी है। सत पथ चला 'अंशुमाली' जो प्रा…
युगपुरुष: महात्मा गांधी - कविता - आर॰ सी॰ यादव
समय चक्र घूमा जब युग का अँधकार गहरा छाया। सन 1858 में भारत में अंग्रेजी शासन आया॥ नापाक इरादों से गोरों ने दुर्दिन को अंजाम दिया। ईस…
स्कन्दमातु जग मंगलमय हो - गीत - डॉ॰ राम कुमार झा 'निकुंज'
जय जननी जगतारिणी अम्बे! ममता करुणा सागर जय हो। स्कन्दमातु जय चतुर्भुजे, शुभदे वरमुद्रा माँ जय हो। मातु भवानी गिरिजे सुखदे! कार्त…
विपदा हरो माँ - गीत - रविंद्र दुबे 'बाबु'
शेर पे सवार, मेरी माँ शेरावाली, पापियों का करे संहार, माँ शेरावाली। पर्वत पर है राज करे माँ, झोली सभी की तू भर दे माँ। आया हूँ तेरे द…
पथ - कविता - जितेंद्र रघुवंशी 'चाँद'
नित नए सपने गढ़ता है पथ न रुकता न थकता है पथ। मनुष्य की चाह है पथ, नई उम्मीदें नए हौसले कसता है पथ। कर्तव्य की राह है पथ, मेहनत का मिला…
दहेज - कविता - डॉ॰ रोहित श्रीवास्तव 'सृजन'
ये लताएँ कैसी जिन्हें बढ़ता देख बाग़बान चिंतित है हर पल सेवा की जिसकी वे फूलों सी लताएँ काँटों सा क्यों चुभती लताएँ ये ऐसी जिन्हें धन द…
हिंदी - कविता - समता कुमारी
हिंदी हमारी भाषा, हमारी शान हैं। हिंदी से ही हमारी पहचान है। चलो सब मिल कर, एक काम करें। हिंदी को मिलजुल कर, नया आयाम प्रदान करें। उत…
शुभे कूष्माण्डा जय हो - गीत - डॉ॰ राम कुमार झा 'निकुंज'
करें सुमंगल जग जन गण मन कूष्माण्डा माँ, कोरोना दावानल रिपु जग तारिणि जय हो। छल प्रपंच लिप्सा मिथ्या बन्धन अभिशापी, राग शोक परिताप व्यस…
राधा-कृष्ण की मीठी झड़प - कविता - गायत्री शर्मा 'गुँजन'
खिली हुई चंपा के जैसे अंग सुकोमल जिसके भाए। नख से शीख तक देख राधिका कृष्ण को तंज कसे ही जाए॥ कहो ऐ बालक! प्रश्न क्यों करते यमुना तट पर…
विजय कामना - कविता - सौरभ तिवारी 'सरस्'
स्वाँस है बाक़ी अभी, विश्वास है बाक़ी अभी। हरगिज़ विजय की कामना दिल से निकालूँगा नहीं, मैं हार मानूँगा नहीं। मैं हार मानूँगा नहीं॥ स्वाँस…
साहित्य रचना कोष में पढ़िएँ
विशेष रचनाएँ
सुप्रसिद्ध कवियों की देशभक्ति कविताएँ
अटल बिहारी वाजपेयी की देशभक्ति कविताएँ
फ़िराक़ गोरखपुरी के 30 मशहूर शेर
दुष्यंत कुमार की 10 चुनिंदा ग़ज़लें
कैफ़ी आज़मी के 10 बेहतरीन शेर
कबीर दास के 15 लोकप्रिय दोहे
भारतवर्षोन्नति कैसे हो सकती है? - भारतेंदु हरिश्चंद्र
पंच परमेश्वर - कहानी - प्रेमचंद
मिर्ज़ा ग़ालिब के 30 मशहूर शेर