संदेश
बड़ा सवाल - कविता - उमाशंकर राव 'उरेंदु'
मैं तुमसे कहना चाहता हूँ कि जहाँ तुम बचना चाहते हो वहीं नहीं बचोगे यह जाल है जीवन और इससे बचना जीवन नहीं है। जीवन कहाँ-कहाँ है और क…
हम हिन्द के वीर जवान - गीत - समुन्द्र सिंह पंवार
हम हिन्द के वीर जवान, हमारा क्या कहना। नहीं कोई हमारे समान, हमारा क्या कहना।। नहीं किसी से डरते हैं हम, सदा आगे को बढ़ाते क़दम, ना रोक स…
परी - कविता - निर्मला सिन्हा
वो परियों की दुनिया और उस परीलोक की शहज़ादी जैसी मेरी बिटिया। ख़्यालों के उपवन में बेख़ौफ़ कुलाँचे मारता उसके मन का मृग... बावरे पंछी सा…
वही तो भारत मेरा है - गीत - प्रवीन 'पथिक'
जहाँ आता बसंत-बयार, कोयल भी करती गुंजार। पपीहा की है पीन-पुकार, आल्हा की गूँजती झंकार। वही तो भारत मेरा है।। आदर्श से भरा है इंसान, रख…
बचपन की यादें - कविता - सरिता श्रीवास्तव 'श्री'
यादें बचपन बड़ी सुहानी, जैसे बहता पानी धार। उछल कूद कर मौज मनाएँ, बच्चों का है ये संसार। बिचरण करते पंछी जैसे, बचपन एक स्वछन्द उड़ान। …
ग़रीबी - कहानी - पुश्पिन्दर सिंह सारथी
माँ जब मैं शाम को फ़ैक्ट्री से घर आता हूँ तो रास्ते मे बहुत सारे पार्क मिलते है उस पार्क मे मेरे उम्र के बच्चे खेलते है। मेरा भी मन हो…
चलो साथियो संग संग चलो - गीत - कमला वेदी
चलो साथियो संग संग चलो, दीन दुखियों की गूँज बनते चलो। चलो साथियो... पहुँच गए हम चाँद सितारों तक, जो दब कर रह गए, उन्हें उठाते चलो। चलो…
उड़ान - कविता - रतन कुमार अगरवाला
काश मैं भी एक पंछी होता, घोंसले से ही भर लेता उड़ान। सारी ऊँचाइयों को लेता नाप, भरता मैं हौसलों की उड़ान। हौसले तो तब कम न थे, बचपन था…
समय - कविता - रमेश चंद्र वाजपेयी
कब कौन चला जाए न जाने किसी बहाने से, इस कोरोना काल में जवान अधेड़ और सयाने से। असीम दुःख लगता है जब अपना ही अपनों को छोड़ कर पराया स…
इतिहास के पन्नों में गुम नायक क्षितिज मुखोपाध्याय - आलेख - डॉ॰ ममता बनर्जी 'मंजरी'
स्वाधीनता का 75 वर्ष मनाया जा रहा है। लोग एक-दूसरे को बधाइयाँ दे रहे हैं। मैनें भी दिया। लेकिन देश के वीर सपूतों को याद करने के क्रम म…
शिव साजन सावन मुदित - दोहा छंद - डॉ॰ राम कुमार झा 'निकुंज'
नवकिसलय कुसुमित चमन, सावन मेघ फुहार। गन्धमाद प्रवहित पवन, आए प्रीत बहार।। स्वागत सावन मास का, अभिनन्दन शिवधाम। ग्रीष्मातप आहत धरा, बरस…
मैं एक नारी हूँ - कविता - सोनल ओमर
मैं अबला नहीं, असहाय नहीं, ना ही बेचारी हूँ। मैं गर्व से कहती हूँ, मैं एक नारी हूँ।। जन्म से ही मुझे असमानताओं का समाज दिखा, फिर भी ह…
जीने दे सौ सौ जनम - गीत - सुषमा दीक्षित शुक्ला
अपने दिल से लगा ले सनम ओ सनम। मेहरबाँ मुझपे कर अब तो थोड़ा रहम। आज जी भर के जीने दे सौ सौ जनम। आज जी भर के जीने दे सौ सौ जनम। कितना घाय…
सावन की अभिव्यक्ति - कविता - रामासुंदरम
वृहद क्षणों ने सुखद भाव से मन में पाया जब विश्राम, विस्तृत नभ ने तृप्त हृदय से किया धरा को तभी प्रणाम। कोलाहल करता खिला खिला सा जब समी…
बिन साजन, सावन की रातें - गीत - सुशील कुमार
सावन की बरसातें आईं कागा फिर से घूम, साजन मेरे कब आएँगे पूछे दिल मासूम। वैसे तो विश्वास मुझे वो भी होंगे बेचैन, न कटती है मेरी अब रै…
यक्ष प्रश्न - लेख - रामासुंदरम
स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगाँठ, राष्ट्र बड़ी जोर शोर से मना रहा है। हर तरफ़ प्रसन्नता एवं उल्लास का माहौल है। देशभक्ति के नाम पर एक स्फूर्…
देशभक्ति - गीत - दीपा पाण्डेय
खड़ा हिमालय नतमस्तक-सा मौन सदृश सब देख रहा, नदियों के पावन जल-कण में वीरों का स्वर गूँज रहा। देश की रक्षा की ख़ातिर तुम देशभक्त कहलाते ह…
तिरंगा - कविता - नृपेंद्र शर्मा 'सागर'
हो ऊँचा नाम जगत में, झुकने ना पाए तिरंगा। ना लड़े कोई मज़हब को, मिटे जात-पात का दंगा। निज मातृभूमि से बढ़कर, कुछ नहीं पूजनीय दूजा। निश्चय…
पंद्रह अगस्त - कविता - अंकुर सिंह
पंद्रह अगस्त सैंतालीस को, कैलेंडर दिवस था शुक्रवार। मिली इस दिन हमें आज़ादी, खुला अपने सपनों का द्वार।। आज़ादी के साथ देश ने, बँटवारे का…
स्वतंत्रता - कविता - सरिता श्रीवास्तव 'श्री'
पन्द्रह अगस्त सन् सैंतालीस, भारत में आज़ादी आई। स्वतंत्र भारत की पताका, फर फर फर फहराती आई। तिरंगा भारत की जान है, भारतीयों का सम्मान ह…
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