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सर्वस्य त्वं - गीत - सुशील शर्मा
घोर त्वं अघोर त्वं। भाव त्वं विभोर त्वं। सिद्धि त्वं प्रसिद्धि त्वं। क्षरण त्वं वृद्धि त्वं। अखंड शुद्धि बुद्धि त्वं। प्रचंड रिद्धि सि…
श्री गणेश चतुर्थी - दोहा छंद - डॉ॰ राम कुमार झा 'निकुंज'
चरण कमल श्रद्धा नमन, करूँ गजानन आज। उमातनय परमेश भज, स्वस्ति लोक गणराज॥ रक्तांबर पूजन करूँ, लम्बोदर विघ्नेश। गजमुख वरदायक नमन, जय ग…
गजानन! तुम्हारी गूँजे जै-जैकार - गीत - सुशील कुमार
जय शिव नंदन, कृपा निकंदन, गौरी सुत सरकार तुम्हारी गूँजे जै-जैकार। वाहन तेरा मूसक राजे, मातु पिता के चरण विराजे अनुपम ज्ञान दया के सागर…
गणेश वंदना - कविता - गणेश भारद्वाज
प्रथम पूजा के तुम अधिकारी, मानव देह पर गज मुख धारी। तेरी लीला है सबसे न्यारी, मूषक पर तुम करो सवारी। लड्डुन का तुम भोग लगाते, मिष्ठान्…
हरो कष्ट विनायका - गीत - शेख रहमत अली 'बस्तवी'
पुत्र गौरी श्री गणेशा, आप हो सहायका। शरण में हम आपके हैं, हरो कष्ट विनायका॥ गलियाँ रोशन कर रहे, स्वागत में हम सब आपके। उमड़ आई आँ…
ये गणराज गणेश गजानन, देव हमारे हैं - गीत - कमल पुरोहित 'अपरिचित'
ये गणराज गणेश गजानन, देव हमारे हैं। मन की आशा पूरी होगी, देव पधारे हैं॥ भादो शुक्ल चतुर्थी जन्में, गणपति स्वागत हैं। एक नज़र डालो अब…
हे गणपति! हे नाथ गजानन! - कविता - अनूप अंबर
मैय्या तेरी पार्वती है, तू शिव का है राजकुमार। हे गणपति! हे नाथ गजानन!, सुन लो अब मेरी पुकार। तुमने जाने कितने जन तारे, हम है नाथ अब …
श्री गणेश वंदना - कविता - देवेंद्र सिंह
गाओ गणपति जगवंदन, शंकर सुअन भवानी नंदन। देव, दनुज, मुनि सब कोई ध्यावे, सबसे पहले भोग लगावे। सेंदुर भाल बिराजत चन्दन, गाओ गणपति जगवंदन॥…
गणपति - कविता - जितेंद्र रघुवंशी 'चाँद'
जय गणपति गजानन। हर लो सबके दुःख, कर दो आनन-फ़ानन।। क्योंकि शुरू करे सभी काम। लेकर श्री गणपति नाम।। हे! विघ्नहरता, हे! दुःख हरता। खाली झ…
हे गणेश - कविता - सुषमा दीक्षित शुक्ला
हे गणेश गिरिजा सुवन! जय गणपति महाराज। मंगल मूर्ति शिव तनय, पूर्ण करो सब काज। हर माता की गोद को, रखो सदा आबाद। सार्थक कर दो जन्म ये, ना…
गणपति मंगलकारी - गीत - उमेश यादव
प्रथम पूज्य गणनायक देवा,विघ्नेश्वर हितकारी। शंकरसुवन पार्वतीनंदन, गणपति मंगलकारी॥ हे शिवनंदन, प्रातःवंदन, रिद्धि सिद्धि के दाता। शू…
आओ पधारो गजानंद - गीत - रमाकांत सोनी 'सुदर्शन'
विघ्न विनाशक मंगल दायक, गणपति महाराज। आओ पधारो गजानंदजी, सब सारो म्हारा काज॥ बुद्धि विधाता श्रीगणेश, गौरीसुत विनायक देवा। रिद्धि सि…
गजानन तेरी महिमा प्यारी - कविता - डॉ॰ रोहित श्रीवास्तव 'सृजन'
हे प्रभु! तेरी मूषक सवारी, गजानन तेरी महिमा प्यारी! भक्तों पर जब कष्ट पड़े तो, पल भर में कष्ट हरे तू सारी! प्रथम पूजनीय तू है देवता, ग…
प्रथम पूजनीय आराध्य गजानंद - कविता - गणपत लाल उदय
प्रथम पूजनीय प्यारे आराध्य गजानन्द, मनोकामना पूरी करतें हमारे गजानन्द। कष्ट विनायक रिद्धि-सिद्धि फलदायक, झुकाकर शीश हम करते है अभिनंद…
गणेश वन्दना - गीत - डॉ॰ राम कुमार झा 'निकुंज'
गजानन पधारो घर पुनः प्रकट, शिवनन्दन देवेश अघारी। गणपति बप्पा मौर्या वंदन, अभिनंदन गणेश तुम्हारी। पद सरोज गणपति नमन विनत, करूँ गजा…
श्री गणेश चतुर्थी - दोहा छंद - सरिता श्रीवास्तव 'श्री'
हाथ जोड़ वंदन करूँ, गौरी नन्दन गणेश। दुनिया भव बाधा हरो, हर लो सकल क्लेश।। वक्र तुण्ड महाकाय प्रभू, सर्व देव आदि देव। शुभ कार्य पूजन …
प्रथम पूज्य आराध्य गजानंद - गीत - रमाकांत सोनी
बुद्धि विधाता विघ्नहर्ता, मंगल कारी आनंद करो। गजानंद गौरी सुत प्यारे, प्रभु आय भंडार भरो। प्रथम पूज्य आराध्य गजानंद, हो मूषक असवार। …
गणेश वंदना - विजात छंद - अभिनव मिश्र "अदम्य"
पधारो देव शिवनंदन। करूँ मैं आपका वन्दन। न पूजा पाठ पूरा है। तुम्हारे बिन अधूरा है। प्रथम तुम पूज्य प्रथमेश्वर। हरो सब विघ्न विघ्नेश्वर…
श्री गणेश स्तुति - कविता - तेज देवांगन
करूँ गुणगान तेरी मैं तेरी। तू विघ्नहर्ता, तू सिद्धि है मेरी। नवजोत मैंने लगाए ये फेरी। तू विघ्नहर्ता, तू सिद्धी है मेरी। लड्डू मोदक लग…
विक्रम बेताल संवाद - कविता - डॉ. राजेन्द्र गुप्ता
जब सितम्बर 1995 में पूरे भारत की गणपति मूर्तियों ने दूध पिया था। दुग्ध पान का लगा जब श्री गणेश को चाव। नंदीश्वर शामिल हुए उनको आया ता…