गणेश वंदना - विजात छंद - अभिनव मिश्र "अदम्य"

पधारो देव शिवनंदन।
करूँ मैं आपका वन्दन।
न पूजा पाठ पूरा है।
तुम्हारे बिन अधूरा है।

प्रथम तुम पूज्य प्रथमेश्वर।
हरो सब विघ्न विघ्नेश्वर।
सवारी आपकी मूषक।
तुम्हें भाते बहुत मोदक।

मिटा दो कष्ट लंबोदर।
लपेटे आप पीतांबर।
सदा पितु मातु के प्यारे।
हरे तम भक्त के सारे।

अभिनव मिश्र "अदम्य" - शाहजहाँपुर (उत्तर प्रदेश)

साहित्य रचना को YouTube पर Subscribe करें।
देखिये हर रोज साहित्य से जुड़ी Videos