संदेश
प्रार्थना - कविता - रूचिका राय
हे प्रभु सुन लो इतनी विनय हमारी, रोग बीमारी से मुक्त हो दुनिया सारी, छल दम्भ द्वेष मन में नही कभी हो, तेरे कृपा से पार करूँ मैं बाधा स…
कृपा करो भगवन - गीत - डॉ. देवेन्द्र शर्मा
हे कृपा करो भगवन! कुछ कर दो दया हम पर, तव रोष पूर्ण दृष्टि से बहुत रहे हम डर।। प्रभु साथ खड़े जिनके हत्यारे मानवता कर क्रूर कर्म र…
जीवन सुदृढ़ करो ना राम - कविता - कंचन शुक्ला
तन में शक्ति मन में भक्ति नित्य नया जीवन दो राम, संघर्षों को नींव बना कर जीवन सुदृढ़ करो ना राम। सतकर्मों का मोल बढ़ा दुष्कर्मों को घटाओ…
त्राहिमाम - चौपाई छंद - अजय गुप्ता "अजेय"
तुम हो जग के पालनहारे। ब्रहां, विष्णु, महेश हमारे।। हे आपदा प्रबंध प्यारे। सबहु तेरी कृपा सहारे।। सूनी सड़क गली चौबारे। जैसे नभ से ओझल …
जय महावीर - कविता - सुषमा दीक्षित शुक्ला
जय महावीर हनुमान प्रभू, अब संकट सारे दूर करो। हे! अंजनि सुत मारुति नन्दन, है संकट मोचन नाम तेरो। तब देवों के दुःख दूर करे, अब हम मनुजो…
हे प्रभु अब तो दया दिखाओ - कविता - भानु प्रताप सिंह तोमर
कैसा खेल प्रकृति ने खेला, थम सा गया दुनिया का मेला। हर एक मन में बस अब डर है, अब तो हवाओं में भी ज़हर है। अब हर जन को डरते देखा, त्राह…
हे परशुरामजी - कविता - सुधीर श्रीवास्तव
त्रेतायुग धारी रेणुका जमदग्नि सुत भोलेनाथ के शिष्य पितु आज्ञाकारी ग्यानी, ध्यानी, प्रचंड क्रोधी धनुष बाण, फरसाधारी महेंद्र पर्वतवासी भ…
सुन लो अरज हमारी - गीत - अजय गुप्ता "अजेय"
प्रभुजी अब सुन लो एक अरज हमारी। कोरोना को मार भगाओ, है घातक बीमारी। जग में दुखिया भए सारे, छूट रहा संसार। घर-घर में हो रहा क्रंदन, संव…
कृष्ण वन्दन - तोटक छंद - अभिनव मिश्र "अदम्य"
जय मोहन माधव श्याम हरे। मधुसूदन रूप ललाम धरे।। धर ध्यान करूँ विनती मन से। अँधियार मिटे इस जीवन से।। प्रभु निर्मल उच्च चरित्र रहे। मन प…
हे नाथ बचा लो - गीत - रमाकांत सोनी
जग के सारे नर नारी रट रहे माधव मुरलीधारी, यशोदा नंदन आ जाओ मोहन प्यारे बनवारी। चक्र सुदर्शन लेकर प्रभु नियति चक्र संभालो, कहर कोरोना ब…
तोता मुझे बना दो - कविता - नृपेंद्र शर्मा "सागर"
तोता मुझे बना दो राम, लंबे पंख लगा दो राम। नील गगन में मैं उड़ जाऊँ, तारे सभी बना दो आम।। तोता मुझे बना दो राम, सुंदर पंख लगा दो राम। क…
जीवन के जटिल दोराहे पर - गीत - डॉ. अवधेश कुमार "अवध"
जीवन के जटिल दोराहे पर, हे प्रभु! उलझन सुलझा देना। हानि-लाभ के चक्कर में, भ्रम के अधीन जब हो जाऊँ। है राह कौन सीधी-सच्ची, सोचूँ पर समझ…
जागो जागो हे भगवान - गीत - अजय गुप्ता "अजेय"
जागो जागो हे भगवान, ग़फ़लत में ज़ान। सचमुच अटकी सबकी, टूटी क्षूठी शान। फट रही छाती घर-घर, दुखी हरेक इंसान। गाँव-गाँव शहर-शहर, धधक रहे शमश…
धनुष बाण ले हाथ - कुण्डलिया छंद - श्याम सुन्दर श्रीवास्तव "कोमल"
अभिनंदन प्रभु राम जी, जग के पालन हार। अवध धाम पुनि आइए, राघवेन्द्र सरकार।। राघवेन्द्र सरकार, कृपा भक्तों पर करिए। रोग, शोक, संत्रास, स…
हे राम - कविता - डॉ. सरला सिंह "स्निग्धा"
हे राम तुम आ जाओ ना! त्रेता से कलि है विषम बहुत, आकर मुक्त कराओ ना! बन्धन मे पड़ी लाखों सीताएँ, रावण से कहीं दुस्साहस वाले रावण। अब तो …
जग की पीर हरो रघुनंदन - गीत - रमाकांत सोनी
कौशल्या के राज दुलारे, जन जन की आँखों के तारे। तिलक करेंगे लेकर चंदन, जग की पीर हरो रघुनंदन।। आज अवध में आप पधारें, चमक उठे क़िस्मत के …
महाशक्ति की आराधना - कविता - शिव शिल्पी
हे माँ शक्तिशाली तुम हो बलशाली, हे शक्ति स्वरूपा ओ माँ शेरावाली। माँ हम भक्त बनकर तेरे द्वार आए, मन में आशा है माँ देगी खुशहाली।। नवरा…
दया इस बार भी कर दो माँ - गीत - गुड़िया सिंह
जब जब भी विपदा आई, तब तब तुमने अवतार लिया, मनुष्य से देवताओ तक के, कष्टों का, तुमने ही, तो मैया, संहार किया। तुम चण्ड-मुण्ड विनाशिनी, …
माता - नवगीत - डॉ. सरला सिंह "स्निग्धा"
आई माता द्वार पर, गूँज रही जयकार। हर्षित मन इतरा रहा सपने हैं साकार। मन में दीपक नेह का, जला आरती आज। करना माँ सब पर कृपा, पूरी करना…
गणेश वंदना - विजात छंद - अभिनव मिश्र "अदम्य"
पधारो देव शिवनंदन। करूँ मैं आपका वन्दन। न पूजा पाठ पूरा है। तुम्हारे बिन अधूरा है। प्रथम तुम पूज्य प्रथमेश्वर। हरो सब विघ्न विघ्नेश्वर…