संदेश
प्रभु वंदना - गीत - रमाकांत सोनी
कांहा किरपा तू बरसाय, मार्ग सारो सुलभ हो जाए। चैन की बंशी तू बजाए, आनंद घट घट में हो जाए। सद्भाव सौहार्द की गंगा, रंगरस बरसाता जा। प्र…
वन्दना - गीत - दीपक कुमार पंकज
नव सी नवशीलता सा एक भव्य उपहार दे। हे प्रभु! हे प्रभु! एक सुंदर सा विचार दें।। शांति और सुख से हो निर्मित यह धरा, उच्च कोटि सी मनसा और…
ओ भोले भण्डारी हम पर कृपा करो - गीत - श्याम सुन्दर श्रीवास्तव "कोमल"
ओ भोले भण्डारी! प्रभु जी, विनती सुनो हमारी। हम पर कृपा करो।। विषय व्याल ने घेरा डाला, हुई वासना हावी। पल-पल छलती हमको ठगनी, यह माया …
सरस्वती वंदना - गीत - सरिता श्रीवास्तव "श्री"
शारदे माँ शारदे कमलासना शारदम् वन्दने माँ वन्दने पद्मासना वन्दनम्।। विद्या वरदान प्रदान, ज्ञान का विस्तार कर अमिय सा रस पान, तमस का न…
पार लगा दो नैया - गीत - श्याम सुन्दर श्रीवास्तव "कोमल"
ओ नट नागर, यदुकुल नंदन, माधौ, कृष्ण, कन्हैया। इन नैनन में आन बसो प्रभु, मुरली मधुर बजैया।। मन अधीर तन तप्त अचेतन, छाया तिमिर घनेरा। स्…
बस प्रभु दे दो एक वरदान - कविता - कवि संत कुमार "सारथि"
बस प्रभु, दे दो एक वरदान, मेरी दृष्टि में सुख दुःख हो, दोनों एक समान। बस प्रभु... सहज भाव जीवन जीने का दे दो मुझको ज्ञान, जीवन पथ पर ह…
जय शारदे मात - गीत - समुन्द्र सिंह पंवार
तेरी जय हो शारदे मात, तेरी जय हो शारदे मात। तेरी सूरत सै माँ प्यारी, तू करती हंस सवारी। सै वीणा तेरे हाथ, तेरी जय हो शारदे मात।। तू गी…
प्रार्थना - गीत - रमाकांत सोनी
हे परमेश्वर हे भगवान, दीन बंधु हे दया निधान, जगतपति जग पालन कर्ता, संकट मोचन सब दुख हर्ता। सृष्टि नियंता हे गिरधारी, नटवर नागर चक्…
विरह - कविता - डॉ. सरला सिंह "स्निग्धा"
विरह की घड़ियाँ बड़ी हैं श्याम तुम आ जाओ ना! चरणों में तेरे शीश रखकर करूँ बंद निज दोनों नयन। बस बाँसुरी बजती रहे बस मैं बोलूँ नहीं म…
शारदे वन्दना - विधाता छंद - अभिनव मिश्र "अदम्य"
तुम्हें कर जोड़कर माँ शारदे प्रणाम करता हूँ। हमें सुरताल दो माता तुम्हारा ध्यान करता हूँ। मिटाकर द्वेष माँ मेरे ह्रदय में प्रीत तू भर …
शारदे वन्दना - पंचचामर छंद - अभिनव मिश्र "अदम्य"
सुमातु ज्ञान दीजिये, दयालु देवि शारदे! मिटाय अंधकार को, प्रकाश को उबार दे!! जला सुदीप ज्ञान का, सुकंठ हंसवाहिनी! स्वभाव माधुरी भरा, रह…
माँ सरस्वती वंदना - कविता - विकाश बैनीवाल
हे माँ वीणापाणि हे माँ शारदे, दंभता का भार मेरा उतार दे। सद्बुद्धि दे मुझ अज्ञानी को, इतनी कृपा मुझ पर निसार दे। हे माँ वीणापाणि ह…
सरस्वती वंदना - कविता - अंकुर सिंह
हे विधादायिनी! हे हंसवाहिनी! करो अपनी कृपा अपरम्पार। हे ज्ञानदायिनी! हे वीणावादिनी! बुद्धि दे!, करो भवसागर से पार।। हे कमलवसिनी!, …
हे भारती हर क्लेश जग - कविता - डॉ. राम कुमार झा "निकुंज"
पूजन करूँ मैं आरती, नित शारदे माँ भारती। चढ़ सत्यरथ नित ज्ञानपथ, श्वेतवसना सारथी।। हे सर्वदे सरसिज मुखी तिमिरान्ध जीवन दूर कर। वीणा नि…
गंगा मइया - लोकगीत - सुषमा दीक्षित शुक्ला
अमृत है तेरा निर्मल जल हे! पावन गंगा मइया। हम सब तेरे बालक हैं तुम हमरी गंगा मइया। माँ सब के पाप मिटा दो हे! पापनाशिनी मइया। अब सारे…
हरि हर लो पीर हमारी - कविता - रमाकांत सोनी
हे परमेश्वर हे भगवान दीन बंधु हे दया निधान जगतपति जग पालन कर्ता संकट मोचन सब दुख हर्ता। सृष्टि नियंता हे गिरधारी नटवर नागर चक्रधार…
धनतेरस - कविता - सुधीर श्रीवास्तव
आइए! धनकुबेर के नाम एक दीप जलाते है, कुबेर जी से आशीष पाते हैं। धनतेरस से ही दीवाली पर्व की शुरुआत होती है। आज हम धन कुबेर जी को मनाते…
हे! राम - कविता - सुषमा दीक्षित शुक्ला
हे! राम तुम्हारी धरती पर, अब सत्य पराजित होता है। चहुँ ओर दिखे अन्याय यहाँ, नित, रावण, पूजित होता है। तुमने तो कुटूम्ब की खातिर, राज्य…
मेरी प्रार्थना सुन माँ दुर्गे - कविता - उमाशंकर राव "उरेंदु"
हे माँ दुर्गे! मैं क्या मांगूअपने लिए? मैं क्या कहूँ तुमसे कि मुझे यह दो, मुझे वह दो यह जीवन तुम्हारा ही दान है। मैं तो यही मांगूगा क…
इंसान - प्रार्थना - शेखर कुमार रंजन
ऐसा बनू मैं एक इंसान, दुनिया जाने मेरा नाम पढ़लिख कर महान बनू मैं, भारत माँ की शान रहूँ। ऐसा बना दो हे भगवान, मैं भी तो हूँ आखि…