श्याम सुन्दर श्रीवास्तव "कोमल" - लहार, भिण्ड (मध्यप्रदेश)
मुख्य पृष्ठ
कुण्डलिया छंद
छंद
प्रार्थना
भक्ति
भगवान राम
धनुष बाण ले हाथ - कुण्डलिया छंद - श्याम सुन्दर श्रीवास्तव "कोमल"
धनुष बाण ले हाथ - कुण्डलिया छंद - श्याम सुन्दर श्रीवास्तव "कोमल"
गुरुवार, अप्रैल 22, 2021
अभिनंदन प्रभु राम जी, जग के पालन हार।
अवध धाम पुनि आइए, राघवेन्द्र सरकार।।
राघवेन्द्र सरकार, कृपा भक्तों पर करिए।
रोग, शोक, संत्रास, सभी भक्तों के हरिये।।
कह 'कोमल' कविराय, आपका शत-शत वंदन।
प्रगट पधारो नाथ, आपका है अभिनंदन।।
मंगल छवि अभिराम प्रभु, दर्शन की ले आस।
अवध नाथ प्रभु आइए, हरो सभी संत्रास।।
हरो सभी संत्रास, जगत के पालन कर्ता।
इस जीवन के राम, तुम्हीं हो कर्ता-धर्ता।।
कह 'कोमल' कविराय, दूर सब करो अमंगल।
हरो अमंगल क्लेश, करो सब मंगल-मंगल।।
दानव मुँह फाड़े खड़ा, महारोग विकराल।
धनुष-बाण ले हाथ में, प्रभु मारो तत्काल।।
प्रभु मारो तत्काल, विषम संकट यह टारो।
कोरोना के दुष्ट, राक्षस को संहारो।।
कह 'कोमल' कविराय, सुखी तब होंगे मानव।
होगा जब यह नष्ट, दुष्ट कोरोना दानव।।
साहित्य रचना को YouTube पर Subscribe करें।
देखिए साहित्य से जुड़ी Videos
साहित्य रचना कोष में पढ़िएँ
विशेष रचनाएँ
सुप्रसिद्ध कवियों की देशभक्ति कविताएँ
अटल बिहारी वाजपेयी की देशभक्ति कविताएँ
फ़िराक़ गोरखपुरी के 30 मशहूर शेर
दुष्यंत कुमार की 10 चुनिंदा ग़ज़लें
कैफ़ी आज़मी के 10 बेहतरीन शेर
कबीर दास के 15 लोकप्रिय दोहे
भारतवर्षोन्नति कैसे हो सकती है? - भारतेंदु हरिश्चंद्र
पंच परमेश्वर - कहानी - प्रेमचंद
मिर्ज़ा ग़ालिब के 30 मशहूर शेर