महाशक्ति की आराधना - कविता - शिव शिल्पी

हे माँ शक्तिशाली तुम हो बलशाली,
हे शक्ति स्वरूपा ओ माँ शेरावाली।
माँ हम भक्त बनकर तेरे द्वार आए,
मन में आशा है माँ देगी खुशहाली।।

नवरात्रि में हम सब करें जयकारा,
भक्ति गीतों से गूँजे माँ का दरबारा।
थाल पूजा का लेकर आया हूँ माते,
माँ गोद उठा ले मै बालक हूँ प्यारा।।

तेरी शक्ति से हारे असुर बलशाली,
रणभूमि में रण करती महाकाली।
तेरी शक्ति का कोई पार ना पाया,
हे शक्ति स्वरूपा ओ माँ शेरावाली।।

फूलों का हार और चुनरी भी लाया,
माँ तेरा नाम जपते तेरा भक्त आया।
हमें पावन बना दे माँ कष्ट मिटा दे,
हे देवी शेरावाली ओ दुर्गे महामाया।।

शिव शिल्पी - रायसेन (मध्यप्रदेश)

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