नृपेंद्र शर्मा "सागर" - मुरादाबाद (उत्तर प्रदेश)
तोता मुझे बना दो - कविता - नृपेंद्र शर्मा "सागर"
सोमवार, मई 03, 2021
तोता मुझे बना दो राम,
लंबे पंख लगा दो राम।
नील गगन में मैं उड़ जाऊँ,
तारे सभी बना दो आम।।
तोता मुझे बना दो राम,
सुंदर पंख लगा दो राम।
कभी ख़त्म ना हो बहार वो,
पतझड़ का क्या वहाँ पे काम।
तोड़-तोड़ कर उनको खाऊँ,
मुफ़्त में बन जाए मेरा काम।।
तोता मुझे बना दो राम,
सुंदर पंख लगा दो राम।
इंद्रधनुष के रंग चुरा कर,
कर दूँगा होली के नाम।
सारे रंग मुफ़्त में दूँगा,
लूँगा नहीं किसी से दाम।।
तोता मुझे बना दो राम,
सुंदर पंख लगा दो राम।
हरा लाल बंट गया मज़हब में,
सतरंगी हो मेरा चाम।
प्रेम भाव सन्देश सुनाऊँ,
मुझे सौंपना बस ये काम।।
तोता मुझे बना दो राम,
सुंदर पंख लगा दो राम।।
साहित्य रचना को YouTube पर Subscribe करें।
देखिए साहित्य से जुड़ी Videos
विशेष रचनाएँ
सुप्रसिद्ध कवियों की देशभक्ति कविताएँ
अटल बिहारी वाजपेयी की देशभक्ति कविताएँ
फ़िराक़ गोरखपुरी के 30 मशहूर शेर
दुष्यंत कुमार की 10 चुनिंदा ग़ज़लें
कैफ़ी आज़मी के 10 बेहतरीन शेर
कबीर दास के 15 लोकप्रिय दोहे
भारतवर्षोन्नति कैसे हो सकती है? - भारतेंदु हरिश्चंद्र
पंच परमेश्वर - कहानी - प्रेमचंद
मिर्ज़ा ग़ालिब के 30 मशहूर शेर