संदेश
अटल बिहारी वाजपेयी की देशभक्ति कविताएँ
अटल बिहारी वाजपेयी (25 दिसम्बर 1924 - 16 अगस्त 2018) भारतीय राजनीतिक नेता और भारतीय जनता पार्टी (भा॰ज॰पा॰) के सदस्य थे। उन्होंने भारती…
अमृतकाल के पाँच प्रण - कविता - आर्तिका श्रीवास्तव
आज हम यह प्रण करेंगे, देश का मंथन करेंगे। आज़ादी के सौ बरस को, अमृत का उत्सव कहेंगे। १. विकसित देश का लक्ष्य अपनी वाचा और तन से, हम कर…
स्वतंत्रता दिवस - कविता - डॉ॰ राम कुमार झा 'निकुंज'
क़ुर्बानी का प्रतिमान शान स्वतंत्रता दिवस बहु पावन है। अरमानों का सोपान मान आज़ादी जन मनभावन है। उन्मुक्त उड़ानें ख़ुशियाँ मन मुस्कान खिल…
आज़ादी - कविता - उस्मान खान
नन्हे मुन्ने बच्चे हैं दाँत हमारे कच्चे हैं, हम भी लड़ने जाएँगे कट जाएँगे, मर जाएँगे, भारत की शान बढ़ाएँगे। आज़ादी को हमने पाया, बड़े-ब…
कितने वीर क़ुर्बान हुए - कविता - डॉ॰ कंचन जैन 'स्वर्णा'
आज़ादी की ख़ातिर कितने वीर क़ुर्बान हुए, कितनों ने अपने घर के दीए खोए, कितने ही शहीद हुए। यूँ ही नहीं मिली आज़ादी, हे भारतवासीयों! कितनी ह…
सीमा के पहरुओं - मुक्तक - श्याम सुन्दर अग्रवाल
1 ओ नेफ़ा के रक्षक जवान, ओ हिमगिरि पर भारत की शान, ओ सीमाओं के पहरेदारो, कर रहा देश तुमको प्रणाम। 2 तुम लिए शस्त्र, पर शांतिदूत, तुम बढ…
मेरी माटी देश मेरा ये - गीत - सुषमा दीक्षित शुक्ला
मेरी माटी देश मेरा ये, हमे जान से प्यारा है। भारत माँ का बच्चा-बच्चा, इस पर जाँ दिल हारा है। सदियों से ये सोंधी माटी, रत्न उगलती आई है…
ऐ युवा देश के जागो! - कविता - रूशदा नाज़
ऐ युवा देश के जागो! तुम कब तक सोते रहोगे? माशरे में हो रहा क्या? कब तक अनभिज्ञ रहोगे? तुझे कोई ख़बर नहीं, कुछ भी असर नहीं, तू डूबा फ़ोन,…
फूल और हम - कविता - वंदना यादव
हम - पूछ रहे है कलियों से कब ये तुमको खिलना है, बस कुछ पल की देरी है, अब किसी से हमको मिलना है। जल्दी उठो पंखुड़ियाँ खोलो, अब कुछ न त…
मातृभूमि - कविता - योगेंद्र पांडेय
फिर से ग़ुलामी की न, बेड़ियों में बाँध सके, भारत माँ पूर्ण, स्वाभिमान माँग रही है। सबके ज़बान पर, अंकित हो इतिहास, जन गण मन वाली, गान म…
वक़्त का परिंदा - कविता - जयप्रकाश 'जय बाबू'
वक़्त का परिंदा आया, ना जाने किस देश से हो, यह सिखलाए सत्य ईमानदारी प्रेम का वेश हो। एक ही देश है, एक ही राग, एक ही गान हमारा, एक ही लह…
तिरंगा - कविता - देवेश द्विवेदी 'देवेश'
सीमा से आती देश की पुकार तिरंगा, है हिन्द के ऐश्वर्य की जयकार तिरंगा। होली, दीवाली, ईद का त्योहार तिरंगा, सैनिक के लिए देश का उपहार ति…
नेताजी सुभाष चंद्र बोस और गिरिडीह - आलेख - डॉ॰ ममता बनर्जी 'मंजरी'
गिरिडीह के सुनहरे अतीत के पन्ने खोलकर देखने से पता चलता है कि यह कभी बंगालियों का गढ़ हुआ करता था। यहाँ के शुद्ध वारावरण और सुंदर आबोहव…
गणतंत्र दिवस - कविता - डॉ॰ रेखा मंडलोई 'गंगा'
स्वतंत्र देश में आया गणतंत्र, आओ मिलकर ख़ुशी मनाएँ। वासंती परिधान पहन कर, मातृभूमि पर बलि-बलि जाएँ। ऋतुराज भी स्वागत में देखों, रंगीन …
गणतंत्र सृजित जय हिन्द वतन - गीत - डॉ॰ राम कुमार झा 'निकुंज'
गणतंत्र सृजित जय हिन्द वतन, जन गण अधिनायक भारत है। जल सप्त सिन्धु प्रच्छालित पद, शुभ सरिता सप्तक भारत है। आज़ादी के दीवाने हम, बल…
सुभाष चंद्र बोस - कविता - प्रवल राणा 'प्रवल'
23 जनवरी को कटक में जन्मे, सुनो सुभाष की जीवन गाथा। जानकी नाथ बोस थे पिताश्री, प्रभावती थीं सुभाष की माता। कटक से प्राथमिक शिक्षा ली थ…
हमारा भारत - गीत - डॉ॰ रवि भूषण सिन्हा
अरुणाचल है शीश हमारा, कश्मीर से कन्याकुमारी, मेरी बाँहें। राजस्थान, गुजरात है पग हमारा, और दिल्ली आत्मा, और दिल्ली आत्मा। है है, है है…
झारखण्ड के अमर शहीदों को जोहार : अमर शहीद तिलका माँझी - धारावाहिक आलेख - डॉ॰ ममता बनर्जी 'मंजरी'
अमर शहीद तिलका माँझी जन्म - 11 फ़रवरी, 1750 मृत्यु - 13 जनवरी, 1785 तिलका माँझी का जन्म बिहार के सुल्तानगंज में तिलकपुर नामक गाँव में…
वीरांगना महारानी लक्ष्मीबाई - कविता - राघवेंद्र सिंह
स्वाभिमान के रक्त से रंजित, हुई धरा यह प्रिय पावन। हिला हुकूमत का सिंहासन, और हिला सन् सत्तावन। राजवंश की शान थी जागी, जाग उठा वीरों क…
लक्ष्मीबाई - कविता - गोकुल कोठारी
विषय नहीं आज यह, वह नर थी या नारी थी, लेकिन थी हाहाकारी, आदिशक्ति अवतारी थी। मातृभूमि की आन पर जब भी बन आई है, नर ही क्या यहाँ नारी भी…