अभिनव मिश्र "अदम्य" - शाहजहाँपुर (उत्तर प्रदेश)
मुख्य पृष्ठ
छंद
पंचचामर छंद
प्रार्थना
भक्ति
माँ सरस्वती
शारदे वन्दना - पंचचामर छंद - अभिनव मिश्र "अदम्य"
शारदे वन्दना - पंचचामर छंद - अभिनव मिश्र "अदम्य"
गुरुवार, जनवरी 07, 2021
सुमातु ज्ञान दीजिये, दयालु देवि शारदे!
मिटाय अंधकार को, प्रकाश को उबार दे!!
जला सुदीप ज्ञान का, सुकंठ हंसवाहिनी!
स्वभाव माधुरी भरा, रहे सदा सुवासिनी!!
सुमार्ग पे चलूँ सदा, विहंग सी उड़ान दो!
सुसभ्यता सदा रहे, हमें नवीन ज्ञान दो!!
पुनीत भाव दो हमें, दयालु देवि भारती!
पवित्र वेद हाँथ ले, सदैव माँ विराजती!!
खड़ा कतार द्वार मातु भाग्य को सँवार दे!
सदैव चित्त में सुमातु काव्य को निखार दे!!
पुकार भक्त है रहा, नमामि मातुशारदे!
बिषाद नष्ट हों सभी, व दोष को संहार दे!!
सुकर्म ध्यान से करूँ, सुलेखनी महान हो!
नवीन पंथ को रचें, सदा नया विहान हो!!
कदापि पैर न रुके, डिगे न लक्ष्य से कभी!
सुपूज्य भारती सदैव मंजिले मिले सभी !!
साहित्य रचना को YouTube पर Subscribe करें।
देखिए साहित्य से जुड़ी Videos
विशेष रचनाएँ
सुप्रसिद्ध कवियों की देशभक्ति कविताएँ
अटल बिहारी वाजपेयी की देशभक्ति कविताएँ
फ़िराक़ गोरखपुरी के 30 मशहूर शेर
दुष्यंत कुमार की 10 चुनिंदा ग़ज़लें
कैफ़ी आज़मी के 10 बेहतरीन शेर
कबीर दास के 15 लोकप्रिय दोहे
भारतवर्षोन्नति कैसे हो सकती है? - भारतेंदु हरिश्चंद्र
पंच परमेश्वर - कहानी - प्रेमचंद
मिर्ज़ा ग़ालिब के 30 मशहूर शेर