संदेश
नवल वर्ष तुम्हारा अभिनंदन है - कविता - शिव शरण सिंह चौहान 'अंशुमाली'
ओ नवल वर्ष दो हज़ार बाइस! तुम्हारा अभिनंदन है। आओ प्रत्येक सदन में बन कर समय और प्रवहमान करो जीवन। ज्ञान लक्ष्य जन-जन को प्रदान करो सुख…
तू स्वयं को रच - कविता - राघवेंद्र सिंह
नव वर्ष है एक कोरी पुस्तक, दे रही नई कोई दस्तक। ले क़लम हाथ रच कुछ ऐसा, ना लिखा लकीरों में जैसा। बन स्वयं भाग्य का निर्माता, ख़ुद को रच …
नव वर्ष अभिनंदन - कविता - रमाकांत सोनी
नई प्रेरणा नए तराने वर्ष नई उमंगे लेकर आ, नया साल जीवन में सदभावों की ज्योत जगा। नई-नई आशाएँ भावन होठों पर मधुर मुस्कानें हो, प्यार के…
नव वर्ष - कविता - सीमा वर्णिका
अभ्युदित हो रहा प्राची से, अंशुमाली लेकर नूतन विहान। नव वर्ष की पुनीत बेला में, अदृश्य शत्रुओं से हो परित्राण। विगत वर्षों का संकट अप…
संकल्प - कविता - मयंक द्विवेदी
नव वर्ष के प्रांगण में संकल्पों के बंधन में बंधनें को क्या तैयार हो? लड़ने को क्या तैयार हो? कोरी-कोरी बातों से, थोथे-थोथे वादों से, च…
ये साल तो थोड़ा नया-नया हो - कविता - सिद्धार्थ गोरखपुरी
आपस में कई गुना प्रेम बढ़े, और चारो तरफ़ ख़ुशहाली हो। स्नेह, साथ अपनों का मिले, अरे भले ही जेबें खाली हो। दो साल बड़े बेकार गए, जीते जी सब…
नव वर्ष मुबारक हो - कविता - जयप्रकाश 'जय बाबू'
नव वर्ष मुबारक हो तुम्हे, तेरे पुरे सब आस हो। तुम उम्मीद हो मेरी, मेरे जीवन का विश्वास हो। कल की तरह फिर यह आज भी चला जाएगा, तेरा मेरा…
नव वर्ष - गीत - डॉ॰ कमलेंद्र कुमार श्रीवास्तव
नई उमंगें साथ लिए, नव वर्ष अब आया है। बहुत कठिन था साल पुराना, छाई थी अंधियारी। दुर्भाग्य ने सबको घेर लिया आई थी लाचारी।। डर, चिंता आ…
नव वर्ष - कविता - दीपा पाण्डेय
नव वर्ष तुम्हारा स्वागत करने असंख्य रश्मियाँ आई हैं, जूही, बेला, चम्पा, चमेली माला पिरोकर लाई हैं। नवल वर्ष के नव प्रभात तुम जीवन मंगल…
हैप्पी न्यू ईयर - गीत - सुषमा दीक्षित शुक्ला
टू थाउजन ट्वेंटी टू, टू थाउजन ट्वेंटी टू। हैप्पी हैप्पी ईयर न्यू हैप्पी हैप्पी ईयर न्यू 2 बस ख़ुशबू ही ख़ुशबू बिखरे, सब को मन का मीत मिल…
नव वर्ष अभिनंदन - कविता - गणपत लाल उदय
ख़ुशियाँ लेकर आया अब प्यारा नूतन वर्ष, झूमो-नाचो, गाओ सभी मनाओ यारों हर्ष। अब बीत गया वह वर्ष बनाया जिसने नर्क, सुख का हुआ आगमन करो स्व…
नव वर्ष - गीत - भगवत पटेल 'मुल्क मंजरी'
बीत गया वो साल पुराना जिसमें थी अंधियारी। कोहराम मचा था हर कोने में दिन लगते थे भारी।। पतझड़ जब आता है तो, बसंत का होता आना। बसंत अप…
नव वर्ष का अभिनंदन - कविता - आशीष कुमार
हर्षोल्लास से सराबोर हुआ भारतवर्ष का कण-कण, शुभ मंगलमय नव वर्ष का अभिनंदन! अभिनंदन! गीत-संगीत से गूँजे उठा सुरम्य मधुर वातावरण, रंग बि…
चाँद-तारे दे रहे बधाईयाँ - नवगीत - अविनाश ब्यौहार
नव वर्ष में चाँद-तारे दे रहे बधाईयाँ। प्रात कपासी हुई तो दिन सुनहरे हों। घर-आँगन में ख़ुशी के ही ककहरे हों।। बात करें गुपचुप-गुपचुप ऊन …
नव वर्ष का संदेश - कविता - शीतल शैलेन्द्र 'देवयानी'
नव वर्ष का संदेश! लेखक देता है कुछ इस प्रकार, ख़ुश रहो तुम ख़ूब मुस्कुराओ। लेखनी पर अपनी धार करके तुम एक सबल (शब्दों से) सफल हथियार बनाओ…
नव वर्ष - कविता - महेन्द्र सिंह कटारिया 'विजेता'
नव भोर संग नववर्ष आया, ख़ुशियों की सौग़ात है लाया। नव उमंग नव तरंगों संग, हर्ष उल्लास चहुँओर महका। फैली पूर्व में लालिमा, सुप्रभात खग वृ…
सन् 2022 - कविता - रतन कुमार अगरवाला
सन् 2022 का होगा आग़ाज़, होगा शुरू एक नया सफ़र, नई उड़ान का होगा अंदाज़, होगा नई आशाओं का मंज़र। बढ़ेंगे क़दम फिर मंज़िल की ओर, नवचेतना का होगा…
नया साल - कविता - मुरारी राय 'गप्पी'
जाने वाले को जाने दो, आने वाली को आने दो, रात ग़म की बीत गई, क़दमों को बढ़ने दो, पट खोलो, नव विभोर को होने दो, बाहर तो माया है, अंदर न र…
नव वर्ष: स्वागत और विदाई - कविता - सुधीर श्रीवास्तव
आइए हँसी ख़ुशी विदा करें दो हज़ार इक्कीस, न ईर्ष्या द्वेष नफ़रत करें, न कोई शिकवा शिकायत करें, जो बीत गया उसे लौटा नहीं सकते फिर जाते हुए…
बधाई दे रहे - नवगीत - अविनाश ब्यौहार
नये साल की सबको हम बधाई दे रहे। उजले-उजले दिन हों महकी-महकी रातें। और किसी रिंद की हों बहकी-बहकी बातें।। फूल अपने चेहरे की लुनाई दे रह…