संदेश
कौन है कृष्ण? - लेख - सिद्धार्थ 'सोहम'
भारत मान्यताओं, परंपराओं और संस्कृति को आज भी प्रासंगिक बनाने वाला राष्ट्र, लिखित रूप से 5000 साल पुरानी सभ्यता जो मात्र विश्वगुरु होन…
तिरंगा - लेख - सुनीता भट्ट पैन्यूली
हवाओं में आज देश-भक्ति की प्रगाढ भावना इस तरह फैल गई है कि फ़िज़ाएँ ख़ुशबूदार हो गई हैं मेरा भारत महान की प्राकट्य लहर से। यूँ तो तिरंगे…
प्राचीन लिपियाँ - कविता - डॉ॰ रेखा मंडलोई 'गंगा'
आइए आज हम प्राप्त करे प्राचीन लिपियों का ज्ञान। प्राचीन काल में अनेक लिपियाँ बढ़ाती थी भारत की शान। प्राचीन बौद्ध ग्रंथ ललित-विस्तर मे…
साइकिल - आलेख - पारो शैवलिनी
साइकिल चलाना व्यायाम करने और परिवहन पर पैसे बचाने का एक शानदार तरीक़ा है। साइकिल चलाना बच्चों और वयस्कों समेत महिलाओं के लिए भी उपयोगी …
विश्वगुरु बनने की राह पर भारत - निबंध - रतन कुमार अगरवाला
भारत सदा ही विश्वगुरु रहा है जिसका केंद्र बिंदु आध्यात्म रहा है। अध्ययन, आराध्य और आध्यात्म का समायोजन भारत को फिर से विश्व का सिरमौर …
अवसाद और चिंता - आलेख - निशांत सक्सेना "आहान"
जब मनुष्य किसी भी मनोभाव से दुखी होता है, हताहत होता है। वही स्थिति अवसाद कहलाती है। यह एक मनोवैज्ञानिक बीमारी मानी जाती है। अवसाद का …
आदि गुरु शंकराचार्य - आलेख - मंजिरी "निधि"
2500 साल पहले सदभाव की अनुपस्थिति थी। मानव जाती पवित्रता और अध्यात्मिकता से वंचित थी। तभी केरल के कालडी नामक ग्राम में नंदूबी ब्राम्हण…
हूल- कविता - प्रहलाद मंडल
पूरे भारतवर्ष में अंग्रेजों के ख़िलाफ़ ना जाने कितने जंग छिड़ी थी। संथाल परगना के वंशज ने भी, अंग्रेजी हुकूमत के ख़िलाफ़ एक बड़ी लड़ाई लड़…
जंगल युग की ज़रूरत - लेख - देवेन्द्र नारायण तिवारी "देवन"
सभी जीवों में अपना भोजन स्वयं बनाने की क्षमता नहीं होती। अपने भोजन की पूर्ति के लिए जीव उत्पादकों पर निर्भर होते हैं। और उत्पादक हरे प…
पर्यावरण का महत्व - लेख - नृपेंद्र शर्मा "सागर"
ईश्वर ने पृथ्वी का निर्माण किया और फिर उसके चारों तरफ़ एक भौतिक तत्वों का आवरण निर्मित किया, जिससे इस पृथ्वी पर जीवन संभव हो सके। इसी आ…
साइकिल से निरोगी काया - लेख - मंजूरी डेका
गांधी जी ने कहा था- "एक सीमा तक भौतिक तालमेल एवं आराम आवश्यक है, लेकिन उसके बाद यह सहायता के बजाय अवरोध बन जाता है।" आज दुनि…
आम आदमी और कोरोना - आलेख - प्रवीन "पथिक"
यह जीवन जितना दुर्लभ है उतना ही जीना दुष्कर। हमारा देश विगत दो सालों से जिस विषम परिस्थितियों से गुज़र रहा है, उसका चिन्ह साफ़ हमारे देश…
रूहानी चीज़ है उपवास - लेख - सुषमा दीक्षित शुक्ला
निश्चित ही उपवास आत्मा की शुद्धि का शानदार उपकरण है। उपवास एक रूहानी चीज है ना कि केवल शारीरिक। इसका रुख ईश्वर की तरफ़ होता है। उपवास स…
कोरोना की हवाबाजी - आलेख - परमजीत कुमार चौधरी
देश और दुनिया में कोरोना की दूसरी लहर फिर से परवान पर चढ़ी है। पता नहीं यह और कितने दिन रहेगी हालांकि पिछले बार की तुलना में इस बार डर…
शिवशरण सिंह चौहान 'अंशुमाली' - आलेख - विमल कुमार "प्रभाकर"
हिन्दी साहित्य के सुविख्यात वरिष्ठ कवि, लेखक, आलोचक, सुधी सम्पादक शिवशरण सिंह चौहान 'अंशुमाली' समकालीन साहित्य में लोकप्रिय रच…
आदिवासी - लेख - मंजरी "निधि"
भारत देश विभिन्न संस्कृति, विभिन्न धर्मों, विभिन्न जनजातियों और भाषाओं का सम्मिश्रण है। यहाँ के लोग शहरों, गाँवों और जंगलों में रहना ज़…
टेक्नोलॉजी और शिक्षा - लेख - समय सिंह जौल
प्रौद्योगिकी विषय अंग्रेजी में टेक्नोलॉजी के नाम से जाना जाता है। यह एक ग्रीक शब्द "टेकनॉलाजिया" से लिया गया है जहाँ "ट…