संदेश
गुरु - कविता - बृज उमराव
बिन गुरु बहे न ज्ञान की गंगा, बिन गुरु जग अंधियारा। ज्यों बिन दीपक घना अँधेरा, अंधाकुप्प जग सारा।। गुरु की खोज मे जग जग भटके, मिले नही…
गुरु - आलेख - कर्मवीर सिरोवा
गुरु अपने सभी शागिर्दों पर रहमतें बरसाता है अगरचे ज़ुबाँ से बरसे या मास्टरजी के दिव्य डंडे से। जिसने ये ईल्म, नेमतें हासिल कर ली वो ख़ुश…
गुरुवर - कविता - तेज देवांगन
वो गुरुवर तुम हो मेरे आधार, सीखा तुमसे जग सच्चाई, सीखा तुमसे जीवन का सार, वो गुरुवर तुम हो मेरे आधार। मैं था ख़ाली ताल बराबर, ईर्ष्या, …
गुरुवर की महिमा - कविता - सन्तोष ताकर "खाखी"
मस्तिष्क के कोने कोने में ज्ञान से रिक्त को, ह्रदय के क़तरा क़तरा भाव से रहित को, कर ज्ञान भाव से युक्त एक सार्थक उत्पत्ति बनाता है जो, …
मेरे गुरुवर दया करो - कविता - डॉ. कमलेंद्र कुमार श्रीवास्तव
अन्धकार में भटक रहा हूँ, ज्ञान का दीप जला दो। मुझ पर गुरुवर दया करो, नई दिशा दिखला दो।। तम रूपी ये दानव चारो ओर से मुझको घेरे। इसमें …
गुरू बिन ज्ञान कहाँ - दोहा छंद - महेन्द्र सिंह राज
ज्ञान नहीं गुरु के बिना, जाने सकल जहान। जो गुरु का आदर करे, मानव वही महान।। मात पिता पैदा किए, गुरु देते हैं ज्ञान। भगवन के समतुल्य ह…
वह गुरु है - कविता - आलोक रंजन इंदौरवी
ज्ञान का दीपक जला दे, दुर्गुणों को जो हटा दे, तिमिर मन का ज्योति बनकर जो गहनता से मिटा दे, उच्चतम जीवन बना दे, वह गुरु है। विविध नैराश…
शिक्षक - कविता - प्रद्युम्न अरोठिया
वो प्रज्वलित दीप-सा मिटाने अंधकार मीलों की गहराई में भी आशा का प्रकाश बना है, भूले जो अनजाने पथ पर खींच उनको जीवन पथ पर कल की उम्मीद क…
पथ मेरा गुरुजन सरल करें - बाल कविता - भगवत पटेल
उपदेशों से मन होता भारी, सूक्ति वाक्य में समझ परे है। पुस्तक बोझ समझ कर ढोता, विद्यालय से हर रोज़ डरे है। कुछ ऐसा कर दो मेरे गुरुवर, म…
संविदा शिक्षक का दर्द - लघुकथा - शमा परवीन
मास्टर साहब हमारा बक़ाया कब दोगे? भाई दे दूँगा तनख्वाह आने दो। अगर आप हमारे मुन्ने को कुछ दिन पढ़ाये ना होते तो कसम से हम अपना पैसा आज …
गुरु महिमा है अतिगहन - दोहा छंद - डॉ. राम कुमार झा "निकुंज"
मातु पिता भाई समा, मीत प्रीत गुरु होय। सदाचार परहित विनत, समरसता गुरु सोय।।१।। लोभ मोह मद झूठ को, अन्तर्मन तज धीर। त्याग शील गुण …
मिलता नहीं गुरु बिना ज्ञान - गीत - रमाकांत सोनी
शिक्षा दे झोली भर देते घट भीतर उजियारा करते सभ्यता संस्कृति सिखाते सन्मार्ग हमको दिखलाते गुरु शिल्पकार मानव निर्माता हम करें उनका …
कर्मवीर मास्टर - नज़्म - कर्मवीर सिरोवा
मिरी मसर्रतों से गुफ्तगूं कर ज़ीस्त ने कुछ यूँ फ़रमाया हैं, ज्ञानमन्दिर में आकर हयात ने हयात को गले लगाया हैं। सोहबत में तेरी ए पाठशाला …
आज त्रस्त भयग्रस्त गुरु - दोहा छंद - डॉ. राम कुमार झा "निकुंज"
शिक्षक को चाकर समझ,अभिभावक व्यवहार। फँसा संपदा मोह में, शील कर्म लाचार।।१।। चाहत उत्तम अंक की, बच्चों से नित चाह । निरत स…
अरुणाभ बना मैं शिक्षक हूँ - गीत - डॉ. राम कुमार झा "निकुंज"
उत्थान सतत विज्ञान जगत अरुणाभ बना शिक्षक मैं हूँ। हर तमोगुणी आलोक विरत, निशिचन्द्रप्रभा सोमाकर हूँ। …
शिक्षक होना सरल नहीं - कविता - रवि शंकर साह
मैं एक शिक्षक हूँ। दुनिया को देता हूँ ज्ञान। अज्ञानता को दूर भगाना शिक्षा का अलख जगाना यही मेरा एकमात्र काम । इसके बदले लेता नह…
शिक्षक और शिक्षार्थी - आलेख - अतुल पाठक "धैर्य"
शिक्षक अगर मार्गदर्शक है तो शिक्षार्थी राही है। शिक्षक सिर्फ मार्ग दिखा सकता है पर उस राह पर चलना खुद शिक्षार्थी को ही होता है। शिक…
शिक्षक है हम - गीत - प्रदीप श्रीवास्तव
शिक्षक हैं हम भारत की नूतन तस्वीर बना देंगे। हम इन नन्हे मुन्नों की मिलकर तक़दीर बना देंगे।। ये कुम्हार की गीली मिट्टी, देना है आ…
गुरू वर - कविता - मयंक कर्दम
एक झरना सा, जब-जब गरजा मुझ पर, कुम्हार की अनुभूति से पीड़ित, चमक देने का था मुक्त अंदाज, कुछ माया का लगता था जाल। कुछ पाकर…
जो अंधेरे से रोशनी में लाए - कविता - चन्द्र प्रकाश गौतम
जो अंधेरे से रोशनी में लाए कोयले से हीरा बनाए हम भूल कैसे जाएं ऐसे गुरु को जो बहते नाव को दिशा बताए…