संदेश
नमन तुझे माँ अम्बिका - कविता - राघवेंद्र सिंह
हिन्दू वर्ष का प्रथम, वह चैत्र मास आ गया। है आ गई बसंत ऋतु, कुसुम पलाश आ गया। बुला रहे नयन तुझे, तू आ मेरी माँ चंद्रिका। नमन तुझे मा…
जगत जननी माँ - गीत - सुषमा दीक्षित शुक्ला
ओ माँ! जगत जननी माँ, अब मेरा कल्यान कर दे। हम तो हैं इक शिशु तुम्हारे, माँ हृदय में ज्ञान भर दे। 2 हे क्षमामयि! हे दयामयि! अब मेरा उद्…
नव शक्ति स्वरूपा - कविता - सोनल ओमर
नौ दिन में नौ रूपों का आवाहन करूँ, नव शक्ति स्वरूपा का मैं बखान करूँ। प्रथम शैलपुत्री अपार शक्ति धारिणी, परब्रह्म स्वरुप दूसरी ब्रह्म…
माता की जयकार - दोहा छंद - डॉ॰ राजेश पुरोहित
माता तेरे रूप की, महिमा बड़ी अपार। जो जन पूजे आपको, करती बेड़ा पार।। नव रूपों में सज रही, मैया मेरी आज। जयकारे मन से लगे, दिल में बजते स…
माई के मन्दिरवा भीतर - लोकगीत - सुषमा दीक्षित शुक्ला
मगिहौं वरदान माई के मन्दिरवा भीतर। 2 गइहौं गुनगान देवी के मन्दिरवा भीतर। 2 सोना न मगिहौं चाँदी न मगिहौं, घोड़ा न मगिहौं गाड़ी न मंगिहौ, …
स्वीकारो माँ वन्दना - दोहा छंद - डॉ॰ राम कुमार झा 'निकुंज'
करें मातु नित वन्दना, माँ दुर्गा नवरूप। ब्रह्मचारिणी शैलजा, जनता हो या भूप।। ज्ञान कर्म गुण हीन हम, क्या जाने हम रीति। मातु भवानी कर क…
सजा माँ दरबार निराला - गीत - रमाकांत सोनी
सब के दुख हरने वाली, सजा माँ दरबार निराला। रणचंडी खप्पर वाली, दुर्गा महाकाली ज्वाला। सिंह सवार मात भवानी, तेरी लीला अपरंपार। तू है …
नवरात्र का त्यौहार - कविता - रतन कुमार अगरवाला
आया नवरात्र का त्यौहार, बज रहे ढ़ोल नगाड़े, लूँ माँ का आशीष, माँ आयी है मेरे द्वारे। झूम रही सारी धरती, हर्षित हुआ यह चमन, नवरात्र का पर…
प्यारी मइया - लोकगीत - सुषमा दीक्षित शुक्ला
मइया री मइया ओ मोरी मइया। हम तोहरे बालक हैं तू प्यारी मइया। मइया री... 2 चन्दा के जैसो मुखड़ो है तेरो, नयनन मा ममता है दाया है। तोहरी …
देवी मइया - लोकगीत - सुषमा दीक्षित शुक्ला
मइया ऊँची है तोहरी अटरिया। कइसे आवउँ मै तोहरी नगरिया। 2 लहँगा मइ लाई चुनरिया हूँ लाई, बेलवा चमेलिया की माला बनाई, मइया ठाढ़ी हूँ तोहरी …
आया है नवरात्रि का त्यौहार - कविता - सोनल ओमर
आया है नवरात्रि का त्यौहार। नवरात्रि में माँ का सजेगा दरबार। गली-गली गूँजेंगे भजन कीर्तन, माँ अंबे की होगी जय जय कार।। आयी है होकर शेर…
हे अष्ट भुजाओं वाली - कविता - गणपत लाल उदय
हे अष्ट भुजाओं वाली माँ अम्बे रानी, माता आदिशक्ति कृपा करो भवानी। इस सारे संसार को आप ही चलाती तुम्हारे अनेंक है रूप अनेंक कहानी।। जब…
नवरात्रि और कन्या - आलेख - डॉ. राम कुमार झा "निकुंज"
नवरात्र शक्ति भक्ति प्रीति, नीति रीति न्याय, समरस संस्कृति की पावन और सशक्त भावनाओं का संगम चित्र बन कर य नवीय समाज के समक्ष उपस्थापित…
मैया स्तुति - गीत - समुन्द्र सिंह पंवार
अपणी शरण मै ले-ले मनै तु मईया शेरोवाली री। जाण गया मैं महिमा तेरी मईया सबसे निराली री।। ब्रम्हा जी की आण छुड़ाया मधु-कैटभ के बल से, शंक…
महाशक्ति की आराधना - कविता - शिव शिल्पी
हे माँ शक्तिशाली तुम हो बलशाली, हे शक्ति स्वरूपा ओ माँ शेरावाली। माँ हम भक्त बनकर तेरे द्वार आए, मन में आशा है माँ देगी खुशहाली।। नवरा…
दया इस बार भी कर दो माँ - गीत - गुड़िया सिंह
जब जब भी विपदा आई, तब तब तुमने अवतार लिया, मनुष्य से देवताओ तक के, कष्टों का, तुमने ही, तो मैया, संहार किया। तुम चण्ड-मुण्ड विनाशिनी, …
वैसाखी नवरात्र दे - दोहा छंद - डॉ. राम कुमार झा "निकुंज"
आज चैत्र नवरात्र शुभ, विक्रम संवत हर्ष। वैसाखी पावन दिवस, हिन्दू नूतन वर्ष।। नवल फ़सल हरितिम धरा, मुदित आज परिवेश। दीन धनी सब हैं सुखी,…
नवरात्रि - कविता - महेन्द्र सिंह राज
नवरात्रि के नौ दिन, माँ दुर्गा की पूजा होती है। जो सच्चे मन से पूजा करता, माँ उनके पापों को धोती हैं।। अलग2 दिन अलग अलग, नामों से जान…
नौ दिन माँ की साधना के - लेख - दीक्षा अवस्थी
नवरात्र में नौ दिन माँ की साधना की जाती है। इन दिनों माँ की पूजा करने पर भक्तों को अभिन्न फल की प्राप्ति होती है। इन दिनों व्रत करने व…
जगत जननी दुर्गमा - गीत - सुषमा दीक्षित शुक्ला
हे! माँ जगत जननी दुर्गमा, अब विश्व का कल्याण कर दे। हम सभी तो शिशु तुम्हारे, प्यार का आँचल प्रहर दे। हे! दयामयि हे! क्षमामयि, अब कष्ट …