संदेश
सावन की है पहली बारिश - कविता - राजकुमार बृजवासी
सावन की है पहली बारिश मोरनी बन जाऊँ मैं, रंग बिरंगी पंख लगा के अंबर में उड़ जाऊँ मैं। सावन की है पहली बारिश मोरनी बन जाऊँ मैं।। कोयल क…
बीता सावन - त्रिभंगी छंद - संजय राजभर "समित"
करके हरियाली, छटा निराली, बीता सावन पावन था। नदियाँ मतवाली, घटा कराली, झिलमिल करता भावन था।…
अबकी सावन - कविता - रवि शंकर साह
खुला नही बाबा दरबार ... अबकी सावन में। देवघर वासी है लाचार ... अबकी सावन में। लगा नहीं जयजयकार ... अबकी सावन में। भक्तों की लगी …
बारिश की रूमानी फुहार - कविता - अतुल पाठक
बारिश की आई रूमानी फुहार, हुआ है मदहोश दिल बेकरार। प्रेमी संग प्रेमिका गाए प्रेमगीत मल्हार, आसमां भी हो रहा खूब गुलज़ार। मौसम अ…
श्रावण आया - गीत - श्रीमती आशा लखन कौरव
श्रावण आया अपने आंगन नाचो गाओ झूम उठो... मुखडा चमके ऐसे जैसे गगन में चमके चंदा पहनावा ऐसे दमके जैसे दमक रहा हो चंदा होंठो की ला…
क्यों है प्रिय शिव को सावन का महीना - आलेख - अतुल पाठक "धैर्य"
सावन में भगवान शिव की आराधना का अपना ही महत्व है। इस महीने भोलेनाथ की पूजा करने से सबकी मनोकामना पूरी होती है। सम्पूर्ण भारत दे…
कजली तीज - कविता - अतुल पाठक
हल्की बूँदों की फुहार है ये सावन की बहार है सखियाँ संग झूलन को आईं आज कजली तीज त्यौहार है झूम उठे दिल झूम बराबर गीतों के तरान…
मस्त महीना सामण - हरियाणवी गीत - समुन्द्र सिंह पंवार
पींग - पाटड़ी ठाकै गौरी झूलण चाली बाग मै मस्त महीना सामण का वैं मस्त हुई रंग राग मै करकै हार - सिंगार नार वैं बागां के म्हां आई ज…
जब से मथुरा गया किशन - गीत - सुषमा दीक्षित शुक्ला
सावन में छायी हरियाली, भादों आया हरित बसन। राग रंग कुछ मुझे न भाता, जब से मथुरा गया किशन। सपना सा हो गया सभी कुछ, हुई कहानी …
ऋतु सावन की - गीत - कुमार निर्दोष
आये सखी ना, ना बालम आये ऋतु सावन की, बीती जाये किससे करूँगी मैं मन की बतिया दिन भये दुश्मन, भईं बैरी रतिया विरहा की राते…
प्रेम पत्र लिख पाऊँ मैं - गीत - डॉ. राम कुमार झा "निकुंज"
प्रेम गीत साजन मैं गाऊँ, अन्तर्भावों में घुल जाऊँ मैं, ऋतुराज गमन सावन आया, प्रेमपत्र वियोग लिख पाऊँ मैं। मुस्कान अधर…
हुई अमर ये प्रेम कहानी - कविता - सुषमा दीक्षित शुक्ला
आज श्याम सँग झूला झूलें, प्यारी राधा रानी। सावन पर भी यौवन छाया, झमझम बरसे पानी । हरा भरा हरियाला मौसम, भीगा भीगा तन मन है । र…
स्वागत नव पावस मधुश्रावण - कविता - डॉ. राम कुमार झा "निकुंज"
खुशनुमा मास आया सावन मधुर मधुर प्रवहमान पवन, सुन्दर निर्मल नीलाभ गगन, झूला झूल रही मधुशाल बनी, एकांग वसन मदमाती कली, लट केश …
सावन - कविता - अतुल पाठक
आषाढ़ है बीता आया सावन हरियाली संग लाया सावन नारी को खूब लुभाया सावन प्रेमरूपी सागर में नहाया सावन हिना की खुशबू से महकाया सावन…
आया झम झम प्यारा सावन - गीत - डॉ. राम कुमार झा "निकुंज"
आओ स्वागत करें आज हम, रिमझिम मधुर सावन मास रे। सूर्यताप आहत वसुधा जन, जलबिंदु बरसै घनश्याम रे। सावन कर पावस अभिनंद…
अब ना सखी मोहे सावन सुहाए - गीत - सुषमा दीक्षित शुक्ला
अब ना सखी मोहे सावन सुहाए अब ना सखी मोरा मन मचलाये। अब तो सही मोहे पिया बिसराए। अब तो सखी मोहे रिमझिम जलाये। अब नहीं करते पिया …
सावन पर्व है धरती के सिंगार का - लेख - सुषमा दीक्षित शुक्ला
फुहारों के रूप में भक्ति और श्रृंगार मिश्रित अमृत बरसता है। इस महीने में सावन की फुहारें जीवन में नया रंग भर देती हैं। चारों…
आया सावन झूम के - दोहा - डॉ. राम कुमार झा "निकुंज"
स्वागत सावन मास का , अभिनन्दन शिवधाम। ग्रीष्मातप आहत धरा , बरसे नभ घनश्याम।।१।। पावस ऋतु स्वागत करे , बढ़कर सावन मास। …
सावन का वृक्षों के बिना कोई वजूद नहीं - आलेख - सुषमा दीक्षित शुक्ला
यूं तो सावन की अपनी कई पहचाने हैं, कई महत्व हैं, उसमें एक महत्वपूर्ण कारण यह भी है कि सावन माह का बेसब्री से इंतजार देश का वन विभाग…
तुम ही मेरे सावन थे - कविता - सुषमा दीक्षित शुक्ला
तुम थे बसन्त मेरे तुम ही मेरे सावन थे। तुमसे ही हर मौसम था सब कुछ तुम साजन थे। तुम से ही तो जगमग इस घर की दीवाली थी। तुम सँग ही …