संदेश
यक्ष प्रश्न - लेख - रामासुंदरम
स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगाँठ, राष्ट्र बड़ी जोर शोर से मना रहा है। हर तरफ़ प्रसन्नता एवं उल्लास का माहौल है। देशभक्ति के नाम पर एक स्फूर्…
पंद्रह अगस्त - कविता - अंकुर सिंह
पंद्रह अगस्त सैंतालीस को, कैलेंडर दिवस था शुक्रवार। मिली इस दिन हमें आज़ादी, खुला अपने सपनों का द्वार।। आज़ादी के साथ देश ने, बँटवारे का…
स्वतंत्रता - कविता - सरिता श्रीवास्तव 'श्री'
पन्द्रह अगस्त सन् सैंतालीस, भारत में आज़ादी आई। स्वतंत्र भारत की पताका, फर फर फर फहराती आई। तिरंगा भारत की जान है, भारतीयों का सम्मान ह…
मेरे देश की धरती - घनाक्षरी छंद - रमाकांत सोनी
मेरे देश की धरती, साहस उर भरती, लहरें तिरंगा प्यारा, हिंदुस्तान हमारा। जोश जज़्बा हौसलों की, भरते नई उड़ान, जोशीले स्वर में गाते, जय हि…
पंद्रह अगस्त - कविता - ओम प्रकाश श्रीवास्तव 'ओम'
कण कण मिट्टी का डोल उठा, देखो पंद्रह अगस्त आया है। कितने संघर्षों को करके पार, हमने यह अनुपम दिन पाया है।। सकल विश्व में अपने भारत का,…
आज पन्द्रह अगस्त फिर आया - कविता - राम प्रसाद आर्य 'रमेश'
आज पन्द्रह अगस्त फिर आया, आज़ादी का परचम लहराया। हर्षित उर राष्ट्र ध्वज फहराया, जन गण मन मिल सबने गाया।। बापू ने रण-शंख बजाया, बोस,…
स्वतंत्रता दिवस - कविता - आराधना प्रियदर्शनी
दो सौ साल बाद आख़िरकार, आकांक्षाओं की कलियाँ खिली थी। 15 अगस्त 1947 में भारत को, अंग्रेजी शासन से आज़ादी मिली थी।। अपने व्यवहार से दासत्…
आज़ादी - कविता - अनूप कुमार वर्मा
आज़ादी हमारा अधिकार है, माँ भारती से हमको प्यार है। याद रहे झाँसी की रानी, जिसकी वीरता सब ने मानी। लाला लाजपत राय ने लाठी खाई थी, वो आज़…
झुके रहते शीश शहादत में - कविता - सुनीता रानी राठौर
सदा झुके रहते हैं शीश उस शहादत में जिनकी वजह से मिली है आजादी हमें। शत् शत् नमन उन सभी वीर सपूतों को जो स्वतंत्रता संग्राम में न…
मना रहे स्वतंत्रता दिवस - कविता - अतुल पाठक
मना रहे स्वतंत्रता दिवस हम खुश हो झंडा फहराते हैं, याद शहीदों की कर-कर के गीत ख़ुशी के गाते हैं। याद करो चरखे वाले को कैसी अजब कता…
स्वतंत्रता दिवस - कविता - आलोक कौशिक
संग अपने हर्षोल्लास लेकर पुनः स्वतंत्रता दिवस आया है नमन उन वीरों को जिनके कारण हमने स्वतंत्र भारत पाया है जिनके शौर्य से परतंत…
जरा याद करो कुर्बानी - कविता - सतीश श्रीवास्तव
स्वतंत्र देश के बाशिंदों जरा याद करो कुर्बानी, कुर्बानी देने वालों की अमर बनाओ कहानी। वे भारत की आजादी को जा फाँसी पर झूल गये, रु…
आजादी - कविता - नूरफातिमा खातून "नूरी"
अंगुली पकड़कर गर्दन पकड़ा था अंग्रेजों ने गुलामी की जंजीर में जकड़ा था अंग्रेजों ने। राजपूत, नवाबों को कैसे आपस में लड़ाया था, ह…
आजादी का जश्न - कविता - सुधीर श्रीवास्तव
ये अनमोल दिवस है प्यारे जन मन को ये ही समझाओ। सब मिलकर के नाचो गाओ आजादी का जश्न मनाओ।। कण कण में उल्लास है फैला जन जन में हर्…