संदेश
पड़ताल - कविता - विक्रांत कुमार
कई तरह का चेहरा हर रोज़ देखता हूँ कई मर्तबा देखता हूँ सोचता हूँ! फिर लगता हूँ– ढूँढ़ने उस रंग-बिरंगे चेहरों में ख़ुद को कई दिनों तक ढू…
ज्ञान की खोज - कविता - सुधीर श्रीवास्तव
ज्ञान की खोज में हम मृगतृष्णा की तलाश जैसे भटकते रहते हैं, अपने अंदर झाँकना तो नहीं चाहते हैं, ज्ञान को लेना ही नहीं चाहते। बस अपनी बे…
प्यार की तलाश - कविता - बृज उमराव
प्रेम प्यार में पागल परिणति, पल पल यूँ मनुहार रही। होश नहीं ख़ुद का कुछ अपना, सजन साँवरे पुकार रही।। दिल के द्वारे तुम आ जाओ, दूर तलक म…
तलाश - कविता - अर्चना कोहली
हताशा से दिल क्यों भारी है, निराशा से क्यों की यारी है। क्यों खोया है तुमने आस को, क्यों इच्छा अपनी मारी है।। पता नहीं कौन-सी उलझन है,…
खोज - कविता - विनय विश्वा
शब्दों को ढूँढ़ता है की मंज़िल को ढूँढ़ता है, हर घड़ी मेरा दिल अभिव्यक्ति को ढूँढ़ता है। यादों को ढूँढ़ता है की ख़्वाबों को ढूँढ़ता है, हर घड़ी…
शान्ति की तलाश - कविता - डॉ. रवि भूषण सिन्हा
ढूँढता रहा इधर से उधर, पनाह शान्ति का। ढूँढते-ढूँढते तन्हा रह गया, पर पता नहीं कहीं शान्ति का।। किसी ने कहा वन में जाओ, शायद मिलेगी वह…