संघर्ष - कविता - मदन लाल राज

संघर्ष - कविता - मदन लाल राज | Hindi Kavita - Sangharsh  - Madan Lal Raj. Hindi Poem On Struggle. संघर्ष पर कविता
जीवन बहुत कठिन है, 
हम जवान बच्चों को
अब बुढ़ापे में समझाते हैं।
पर क्या फ़ायदा!
बचपन में हम ही उन्हें
आत्मनिर्भर होने से बचाते हैं।
अण्डे से जब भी
निकलता है कोई चूजा।
बताओ चूजे के सिवा
संघर्ष करता है कोई दूजा।


Instagram पर जुड़ें



साहित्य रचना को YouTube पर Subscribe करें।
देखिए साहित्य से जुड़ी Videos