संदेश
विधा/विषय "लावणी छंद"
बनी बेटियाँ शान देश की - लावणी छंद - महेन्द्र सिंह राज
मंगलवार, अगस्त 10, 2021
बनी बेटियाँ शान देश की, जिनने मान बढ़ाया है। भारत का हर बच्चा बच्चा, गीत ख़ुशी के गाया है।। कोई आसमान में उड़ती, कोई जीती स्वर्ण पदक। …
हमने बहुत विचार किया - लावणी छंद - महेन्द्र सिंह राज
शनिवार, अप्रैल 24, 2021
सोचा था परिवार हमारा बहुते आगे जाएगा। मात पिता गुरु सेवा करके अतुलित पुण्य कमाएगा। इस नाते घर में रहकर भी सुख दुख सब स्वीकार किया। हम…
माँ शारदा स्तुति - लावणी छंद - महेन्द्र सिंह राज
मंगलवार, अप्रैल 06, 2021
माँ के चरणों की धूली को, हम निज शीश चढा़ते हैं। उनके चरणों में हम सब नित, अपना शीश झुकाते हैं।। हे मातु शारदे तेरा कर, जिस पर भी पड़…
प्रेमालाप - गीत - संजय राजभर "समित"
बुधवार, अक्तूबर 07, 2020
खिली हुई फुलवारी में ज्यों, भँवरें मगन गूँजन करें । जरा चँहक मैं लिखता जाऊँ, त्यों प्रेम गीत सृजन करें । सुवासित मलय स्वच्छ चाँदनी, शा…
विशेष रचनाएँ
सुप्रसिद्ध कवियों की देशभक्ति कविताएँ
अटल बिहारी वाजपेयी की देशभक्ति कविताएँ
फ़िराक़ गोरखपुरी के 30 मशहूर शेर
दुष्यंत कुमार की 10 चुनिंदा ग़ज़लें
कैफ़ी आज़मी के 10 बेहतरीन शेर
कबीर दास के 15 लोकप्रिय दोहे
भारतवर्षोन्नति कैसे हो सकती है? - भारतेंदु हरिश्चंद्र
पंच परमेश्वर - कहानी - प्रेमचंद
मिर्ज़ा ग़ालिब के 30 मशहूर शेर