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ए बदरी - भोजपुरी गीत - धीरेन्द्र पांचाल
सुखि गइलें पोखरा आ जर गइलें टपरी, ए बदरी। कउना बात पे कोहाइ गइलू ए बदरी। देखा पेड़वा झुराई गइलें ए बदरी। बनरा के पेट पीठ एक भइलें घानी।…
तोहरे बिन ना रहला जाईल - भोजपुरी गीत - सुषमा दीक्षित शुक्ला
चन्दा अउर चकोर मिलल बा, आज सुहानी रात मा। हमरा भी तौ मधुर मिलन बा फुलवन की बरसात मा। ओ हो हो हो ओ हो हो हो जग से छुपकर आ गईले रे, दिल…
महँग हो जाई एक दिन - भोजपुरी कविता - डॉ. कुमार विनोद
नईखे बुझात त छोड़ि दि। इ तिरंगा ह चुनाव में पायेट भा झोरा सियाये वाला झंडा ना ह। उल्टा -सीधा जनि फहरायी। रहे दी! रउवाँ एकर मरम ना जा…
गांव कै मूल - भोजपुरी गीत - राहुल सिंह "शाहावादी"
गांव कै असीम मूल, कहे जात मोसे कहां । दर्द दूसरे को जहां , गांव कै जनाई में ।। स्वर्ग से भी स्वच्छतम, सज…
बटोहिया के तान - भोजपुरी कविता - आचार्य पंडित अखिलेश्वर पाण्डेय
सुंदर सुभूमि भैया भारत के देशवा से, मोरे प्राण बसे हिम-खोह रे बटोहिया। एक द्वार घेरे रामा हिम-कोतवलवा से, तीन द्वार सिंधु घहरावे रे…
मझधार फंसी अब नैय्या - भोजपुरी कविता - बजरंगी लाल
ई राजनीति विषधारा बाड़े, केकरा के गद्दार लिखी, केकरा देश हितैषी बोलीं, केकरा के विषधार लिखीं। लूटम-लूट मची बा भइया, सबही जम के…
पिय आवन की - भोजपुरी कविता - बजरंगी लाल
काली घटा घनघोर घिरी, बदरा बरसे बिजुरी चमकी। हिय में है उठत हिलोर सखी, पिय आवन की, पिय आवन की।। बोलत दादुर मोर पप…