संदेश
माटी तेरी चन्दन है - बाल कविता - हनुमान प्रसाद वैष्णव
भारत माँ तेरे चरणो में हम बच्चों का वन्दन है। जल तेरा अमृत की धारा माटी तेरी चन्दन है॥ तेरे आँचल की छाया में माता हमने जन्म लिया। फूले…
पतंग - बाल कविता - डॉ॰ राजेश पुरोहित
आदमी की ज़िंदगी पतंग सी कभी रंग बिरंगी चमकती, डोर कट जाए रिश्तों की तो न जाने कहाँ-कहाँ भटकती। लक्ष्य को पाने ऊँचाइयाँ छू लेती कभी हिचक…
तितली - बाल कविता - डॉ॰ राजेश पुरोहित
काली पीली नीली गुलाबी तितली रानी आओ न। नहीं पराग बचा फूलों में अब तो पास आओ न।। जब भी तुम आती हो मन भी ख़ुश कर देती हो। कली कब फूल बन ज…
ऐसा मैं नन्हा कलाम हूँ - बाल गीत - भगवत पटेल 'मुल्क मंजरी'
दुनियाँ मुझको याद करे ऐसा मैं नन्हा कलाम हूँ। खेल, खिलौने, कन्चे, गेंद, मुझको लगते प्यारे। फूलों के संग तितली रानी, भौरे कितने न्यारे।…
आदर्श शिक्षक - बाल गीत - भगवत पटेल 'मुल्क मंजरी'
जीवन भर जो सीखे बच्चों वो शिक्षक कहलाता है। पढ़ता लिखता और सिखाता, नवाचार वो करता है। अपना धर्म सही निभा कर, युग निर्माण करता है। पदचि…
हिन्दी - बाल कविता - डॉ॰ कमलेंद्र कुमार श्रीवास्तव
हिन्दी है इक प्यारी भाषा, मेरे हिंदुस्तान की। बड़ी सरल है मेरे बच्चों, भारत देश महान की।। नजमा बोले, राखी बोले, और बोलते सुखविंदर। जॉन,…
चिड़िया रानी - कविता - प्रवीण
चिड़िया रानी बड़ी सयानी, मोह माया सब इसने जानी। पंख फैलाए फुर हो जाती, यह कभी ना हाथ में आती। सुबह-सुबह यह जब है आती, सब के दिल को बहल…