संदेश
मैंने जीना सीख लिया है - गीत - शिव शरण सिंह चौहान 'अंशुमाली'
घर में रहा अकेले तो भी, मैंने जीना सीख लिया है। जी घबडा़या गीता पढ़ ली, सीखी मैंने जीवन धारा। फिर चाहा तो गीत बनाया, रहा गुनगुना यही स…
मैं एक लम्हा भी ख़ुद से न मिल सका तन्हा - ग़ज़ल - समीर द्विवेदी नितान्त
अरकान : मुफ़ाइलुन फ़यलातुन मुफ़ाइलुन फ़ेलुन तक़ती : 1212 1122 1212 22 मैं एक लम्हा भी ख़ुद से न मिल सका तन्हा, वो मेरे साथ रहा जब भी मैं…
तन्हा ग़ज़ल - ग़ज़ल - समीर द्विवेदी नितान्त
अरकान : फ़ेलुन फ़अल तक़ती : 22 12 तन्हा ग़ज़ल, कितनी विकल। वीराँ महल, क़िस्मत का फल। दस्तूर से, यूँ मत निकल। दुनिया नहीं, ख़ुद को बदल। ख़ुद स…
तन्हा - नज़्म - अभिषेक द्विवेदी 'नीरज'
चुप-चुप सा रहता हूँ, तन्हाई में जीता हूँ, ज़िंदगी बसर हो रही है यूँ ही तन्हा, फिर भी रात सपनों में खोया रहता हूँ। ज़माना रूप बदलता रहा म…
खोया खोया सा रहता हूँ - कविता - अंकुर सिंह
आजकल जीवन बड़ा मुझको, अकेला अकेला सा लगता है। तुम्हारे साथ ना होने से, जीवन खाली खाली सा लगता है।। जब जब तन्हा होता हूँ मैं, तुझ बिन ब…
मेरी तन्हाई है - ग़ज़ल - पारो शैवलिनी
हर तरफ़ ग़म ही ग़म रुसवाई ही रुसवाई है। तेरी यादें हैं, मैं हूं और मेरी तन्हाई है।। चांद नहीं आता है नज़र मुझे इस चांदनी में। चांदनी रा…
दास्ताँ मेरी - गीत - कवि संत कुमार "सारथि"
तनहाइयाँ कह रही, दास्ताँ मेरी, मैं कर रहा हूँ बयाँ, दास्ताँ मेरी। कहता रहा ज़माना, और कहती रही सदाएं गुज़रे पल याद करूँ तो, आँख डबडबा…
तन्हा हो गया था मैं - नज़्म - रोहित गुस्ताख़
मुहब्बत याद रखना महबूब को भूल जाना पंखे को डाँटना फ़ोटो पर चिल्लाना. तन्हा हो गया था मैं.... रोज़ नशे में डूबना, सिगरेट जलाके ब…
विशेष रचनाएँ
सुप्रसिद्ध कवियों की देशभक्ति कविताएँ
अटल बिहारी वाजपेयी की देशभक्ति कविताएँ
फ़िराक़ गोरखपुरी के 30 मशहूर शेर
दुष्यंत कुमार की 10 चुनिंदा ग़ज़लें
कैफ़ी आज़मी के 10 बेहतरीन शेर
कबीर दास के 15 लोकप्रिय दोहे
भारतवर्षोन्नति कैसे हो सकती है? - भारतेंदु हरिश्चंद्र
पंच परमेश्वर - कहानी - प्रेमचंद
मिर्ज़ा ग़ालिब के 30 मशहूर शेर