संदेश
ज्ञान बाँटने में नहीं कुछ खोने का डर - कविता - विनय कुमार विनायक
मैं शब्दों का हमसफ़र मैं शब्द की साधना करता हूँ मैं स्वर की अराधना करता हूँ अक्षर-अक्षर नाद ब्रह्म है मैं अक्षर की उपासना करता हूँ! मैं…
मैं किताब हूँ - कविता - विनय कुमार विनायक
मैं किताब हूँ मुझे पढ़ लो, मैं वेद उपनिषद पुराण हूँ, मैं अतीत हूँ मैं वर्तमान हूँ, मैं भविष्य का सद्ज्ञान हूँ, मैं किताब हूँ मुझे पढ़ …
पुस्तक - कविता - अजय कुमार 'अजेय'
जिसने हमें बचपन में ककहारा सिखाया, ईकाई-दहाई पढ़ाया, अक्षर ज्ञान कराया। जिससे ज्ञानार्जन कर रोज़गार था पाया, जीवन की हर मुश्किल का हल हम…
किताबें - कविता - शिव शरण सिंह चौहान 'अंशुमाली'
किताबें जीवन का राजपथ बताती है प्रच्छन्न लक्ष्य बचाती हैं मृगमरीचिका से मील का प्रस्तर बन इंगित करती हैं गन्तव्य की ओर रुलाती हैं हँसा…
किताबें और विद्यार्थी - कविता - शिवचरण सदाबहार
किताबें ही तेरा शृंगार है विद्यार्थी, किताबें ही तेरा प्यार है विद्यार्थी। किसी को साथी ना बना अकेला ही चल, किताबें ही तेरी यार है …
पुस्तक हैं ज्ञान का आधार - कविता - प्रहलाद मंडल
एक शांत जगह में ख़ुद को लाओ, मन से मन की बात सुनाओ। लेकर हाथ में एक पुस्तक, उनसे ही मन भर गप्पे लड़ाओ। बहुत कुछ कहता है एक पुस्तक, अबोध …
किताब - कविता - निशान्त कुमार सोनी
हर रोज कई किताबों से गुज़रता हूँ, पन्नों को उलटता हूँ, पलटता हूँ, हर बार बात वही होती है, जिसे मैं पढ़ता हूँ, किरदार वही, चेहरे वही, कुछ…