संदेश
सीखें सिखाएँ - आलेख - सुधीर श्रीवास्तव
ये हमारा सौभाग्य और ईश्वर की अनुकंपा ही है कि हमें मानव जीवन मिला, तो ऐसे में हम सभी की ये ज़िम्मेदारी है कि हम इस चार दिन के लिए नश्वर…
इतिहास के पन्नों में गुम नायक क्षितिज मुखोपाध्याय - आलेख - डॉ॰ ममता बनर्जी 'मंजरी'
स्वाधीनता का 75 वर्ष मनाया जा रहा है। लोग एक-दूसरे को बधाइयाँ दे रहे हैं। मैनें भी दिया। लेकिन देश के वीर सपूतों को याद करने के क्रम म…
गुरु - आलेख - कर्मवीर सिरोवा
गुरु अपने सभी शागिर्दों पर रहमतें बरसाता है अगरचे ज़ुबाँ से बरसे या मास्टरजी के दिव्य डंडे से। जिसने ये ईल्म, नेमतें हासिल कर ली वो ख़ुश…
एक पल - आलेख - सुधीर श्रीवास्तव
समय का महत्व हर किसी के लिए अलग-अलग हो सकता है। इसी समय का सबसे छोटा हिस्सा है "पल"। कहने सुनने और करने अथवा महत्व देने में …
सहनशीलता के संग ज़मीर का जंग - आलेख - डॉ. राम कुमार झा "निकुंज"
सहनशीलता के संग ज़मीर का जंग सदैव ही मानवजाति के पुरुषार्थ, संयम, धैर्य, साहस, आत्मबल और आत्मविश्वास की परीक्षा मानी जाती रही है। जीवन …
अवसाद और चिंता - आलेख - निशांत सक्सेना "आहान"
जब मनुष्य किसी भी मनोभाव से दुखी होता है, हताहत होता है। वही स्थिति अवसाद कहलाती है। यह एक मनोवैज्ञानिक बीमारी मानी जाती है। अवसाद का …
आदि गुरु शंकराचार्य - आलेख - मंजिरी "निधि"
2500 साल पहले सदभाव की अनुपस्थिति थी। मानव जाती पवित्रता और अध्यात्मिकता से वंचित थी। तभी केरल के कालडी नामक ग्राम में नंदूबी ब्राम्हण…