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दुष्यंत कुमार की 10 चुनिंदा ग़ज़लें | Dushyant Kumar 10 Best Ghazals
(1) ये सारा जिस्म झुक कर बोझ से दोहरा हुआ होगा ये सारा जिस्म झुक कर बोझ से दोहरा हुआ होगा, मैं सज्दे में नहीं था आप को धोका हुआ होग…
किसी की ज़िन्दगी क़ायम नहीं है - ग़ज़ल - नागेन्द्र नाथ गुप्ता
अरकान : मुफा़ईलुन मुफा़ईलुन फ़ऊलुन तक़ती : 1222 1222 122 किसी की ज़िन्दगी क़ायम नहीं है, मगर जो आज है हरदम नहीं है। किसी से पूछिए…
बेख़ुदी में सवाल करते हो - ग़ज़ल - शमा परवीन
अरकान : फ़ाइलातुन मुफ़ाइलुन फ़ेलुन तक़ती : 2122 1212 22 बेख़ुदी में सवाल करते हो, तुम हमेशा कमाल करते हो। जब किसी राह में हो तुम मिलते…
तेरी दावत में गर खाना नहीं था - ग़ज़ल - डॉ॰ राकेश जोशी
अरकान : मुफ़ाईलुन मुफ़ाईलुन फ़ऊलुन तक़ती : 1222 1222 122 तेरी दावत में गर खाना नहीं था, तुझे तंबू भी लगवाना नहीं था। मेरा कुरता पुराना…
साथ मुश्किल में भला कौन दिया करता है - ग़ज़ल - सुशील कुमार
अरकान : फ़ाइलातुन फ़यलातुन फ़यलातुन फ़ेलुन तक़ती : 2122 1122 1122 22 साथ मुश्किल में भला कौन दिया करता है, ज़ख़्म भर जाए यहाँ कौन दुआ क…
या मकानों का सफ़र अच्छा रहा - ग़ज़ल - डॉ॰ राकेश जोशी
अरकान : फ़ाइलातुन फ़ाइलातुन फ़ाइलुन तक़ती : 2122 2122 212 या मकानों का सफ़र अच्छा रहा, या ख़ज़ानों का सफ़र अच्छा रहा। जो ज़बाँ लेकर चले …
न अपनों को सताओ - ग़ज़ल - ममता शर्मा 'अंचल'
अरकान : फ़ाइलुन फ़ाइलात तक़ती : 212 2121 न अपनों को सताओ, क़सम से मान जाओ। भले इक ख़्वाब बनकर, कभी तो याद आओ। कभी आकर अचानक, अजी कुछ तो सु…