संदेश
ज्ञान दायनी माता मेरी नैया पार लगा दो - कविता - डॉ॰ कमलेंद्र कुमार श्रीवास्तव
दूर-दूर तक तम ने अपनी, चादर है फैलाई। तरस रहे हम उजियारे को, तम ने कला दिखाई। तम को दूर भगा दो अम्बे ज्ञान का दीप जला दो। ज्ञान दायनी …
माँ शारदे को प्रथम नमन - कविता - गणपत लाल उदय
हम वंदन करते सर्व प्रथम तेरे नाम का, पूजा-पाठ हम करते सरस्वती मात का। आ जाओ मेरे कंठो में मातेश्वरी शारदा, हृदय विराजो लाज रखो इस दास …
सरस्वती वन्दना - कविता - अनिल भूषण मिश्र
हे ज्ञानदायिनी बुद्धिदायिनी माँ सरस्वती तुम हो कितनी महान, नहीं कोई कर सकता इसका बखान। त्रिभुवन तुम्हारी आभा से है चमक रहा, तुम्हारा द…
सरस्वती वंदना - कविता - डॉ॰ रवि भूषण सिन्हा
माँ तेरे पैरों पर, शब्दों का फूल चढ़ाता हूँ। तेरे सम्मुख, अपनी लेखनी अर्पित करता हूँ। ह्रदय से मैं तुझे, नमन बार-बार करता हूँ। अपने अ…
नमन शारदे माता - सार छंद - ओम प्रकाश श्रीवास्तव "ओम"
हे शारदे नमन है तुमको, कृपा दिखाओ माता। समझ अज्ञानी अत्याचारी, माफ़ी दे दो माता।। एक एक कण में रहती तू, बन के शीतल छाया। इस जीवन का सार…
माँ शारदा स्तुति - लावणी छंद - महेन्द्र सिंह राज
माँ के चरणों की धूली को, हम निज शीश चढा़ते हैं। उनके चरणों में हम सब नित, अपना शीश झुकाते हैं।। हे मातु शारदे तेरा कर, जिस पर भी पड़…
सरस्वती वंदना - गीत - सरिता श्रीवास्तव "श्री"
शारदे माँ शारदे कमलासना शारदम् वन्दने माँ वन्दने पद्मासना वन्दनम्।। विद्या वरदान प्रदान, ज्ञान का विस्तार कर अमिय सा रस पान, तमस का न…