संदेश
रामत्व - कविता - महेश कुमार हरियाणवी
कर्म: पावन नाम को पावन गाएँ, मिल-मिल कर सब ही दोहराएँ। कर्मों की जग करता पूजा, राम नाम हैं जीवन दूजा॥ प्रण: साथ के संगी छूट न जाएँ, …
रघुपति से जीत न पाऊँगा - कविता - अनूप अंबर
मेघनाद उदास बहुत है, रघुपति से जीत न पाऊँगा, पिता वचन स्वीकार मुझे, लड़ते-लड़ते मर जाऊँगा। इंद्र न मुझसे जीत सका, फिर तपस्वी कैसे जीत …
राम खिवैया मेरी नैया - गीत - मयंक द्विवेदी
राम खिवैया मेरी नैया माली जीवन उपवन का, राम है माँझी भवसागर का भवसागर तर जाएगा। पत्थर शीला नारी बन गई तेरे चरण के वंदन से, मेरा जीवन च…
मन में राम बसे हैं - कविता - पंकज कुमार दीक्षित
जो मात-पिता की सेवा करता, उस मन में धाम बसे हैं। वो भव से पार हुए जिनके, मन में राम बसे हैं॥ चक्र सृष्टि का चलता आया, जन्म मृत्यु फिर …
मेरा राम आएगा - कविता - ईशांत त्रिपाठी
गोस्वामी बाबा तुलसीदास जी पर कविता। चले मानस पढ़ै पढ़इया बड़न, लगे दोहा रटै रटइया ग़ज़ब, इन्हें राम की कोई रमणीयता न प्रिय, जाने निशाचर …
मन में बसे श्री राम - गीत - हिमांशु चतुर्वेदी 'मृदुल'
मेरे मन में बसे हो तुम्हीं श्री राम - २ शून्य से अनंत तक, धरती से अंबर तक, करता रहूँ तेरा ही गुणगान बोलो जय श्री राम, बोलो जय सियाराम …
राम से बाँध लो - कविता - ईशांत त्रिपाठी
मृदंग के धुन छंद पर दंग अति हृदयांग है, राम नाम मिलाप से उमंग छलकत आनंद है। सत्संग से जग-जंग में भंग भ्रम स्वांग है, राम नाम मिलाप से …