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विधा/विषय "दिसम्बर"
अच्छे दिन - गीत - सिद्धार्थ गोरखपुरी
शनिवार, दिसंबर 31, 2022
आने वाला अब नया साल है, लो बीत गया दिसम्बर है। न उसको मेरी कोई ख़बर, न उसकी मुझको कोई ख़बर है। मौन अधर और खुले नयन, कैसे हो बिन नींद शयन…
दिसम्बर के महीने में - कविता - कर्मवीर सिरोवा 'क्रश'
शुक्रवार, दिसंबर 30, 2022
याद रहेगी सर्द मौसम की ये सरगोशियाँ जो कानों पर छोड़ रही हैं दस्तकें, फिर भी क्यूँ इक सूरज चाँद से मिलकर पिघल जाता हैं दिसम्बर के महीने…
दिसंबर - कविता - प्रियंका चौधरी परलीका
गुरुवार, दिसंबर 30, 2021
दिसंबर सरपट भाग रहा है अपनी मंज़िल की तरफ़ मैं रोकना चाहती हूँ आवाज़ देना चाहती हूँ कुछ दिन और बिताना चाहती हूँ फिर भी वो जाना चाहता ह…