संदेश
गुरुजी को नमन - कविता - जयप्रकाश 'जय बाबू'
मनुज श्रेष्ठ मुझमें बसाने की ख़ातिर ख़ुद को दिए सा जलाते है वो हम सबको गुरुतर बनाने की ख़ातिर नई राहें हर पल दिखाते है जो माटी से मूरत ब…
शिक्षक दिवस - कविता - पुनेश समदर्शी
शिक्षक दिवस पर प्यारे बच्चों देना ये उपहार, जातिवाद से ऊपर उठकर करना मानव व्यवहार। छुआछूत और भेदभाव में कभी नहीं उलझना, मानव-मानव एकसम…
शिक्षक - कविता - देवेंद्र सिंह
गुरुओं को सत सत है प्रणाम, शिक्षक का भी अभिनन्दन है। राह दिखाते हैं सबको, उन महामहिम का वंदन है॥ बिन शिक्षक ज्ञान सदा सूना, उपमा …
मैं शिक्षक निर्माणक हूँ - गीत - डॉ॰ राम कुमार झा 'निकुंज'
शिक्षण हेतु बना मैं शिक्षक, नीति रीति पथ परिपोषित हूँ। नव जीवन नवयुग आधानक, मैं नित शिक्षक निर्माणक हूँ। विनयशील हो त्याग समन्वित नवयु…
मैं शिक्षक हूँ - कविता - रामानंद पारीक
सवाल फिर वही था, पर मैं जवाब नया बताता हूँ l कौन हूँ, मैं क्या करता हूँ, कविता के ज़रिए सुनाता हूँ॥ सुन्दर सी इक बगिया है और मैं हूँ उस…
गुरू तुम बहुत अनुग्रही - कविता - ईशांत त्रिपाठी
गुरू तुम बहुत अनुग्रही, करूणा करने वाले सरिता, वात्सल्य रूपी प्रकाशित सविता। किस विध तव गुण कही, गुरू तुम बहुत अनुग्रही। लक्ष-कोटि चित…
गुरु ऋण मुझ पर है - कविता - रविंद्र दुबे 'बाबु'
मात पिता है, मेरे जन्मदाता, बाल जीवन आपने सँवारा। प्रकाश पुंज ज्ञानो संग पाऊँ, कर्त्तव्य सशक्त, सुदृढ़ किनारा। दीपक सा जलकर, मुझे द…