संदेश
विधा/विषय "ईश्वर"
दिशा दो नाथ - कुण्डलिया छंद - शिव शरण सिंह चौहान 'अंशुमाली'
मंगलवार, अप्रैल 26, 2022
जैसा कहते आप हैं, करन चहौं दिन-रात। बिन आज्ञा नहिं डोलत, थर-थर पीपर पात॥ थर-थर पीपर पात, धरा को पग में बांधे। सारा जग का बोझ, धरे हो अ…
संकट में सिर्फ़ ईश्वर साथी - आलेख - सुषमा दीक्षित शुक्ला
शुक्रवार, मई 07, 2021
बेशक संकट के समय ईश्वर से बड़ा साथी कोई नहीं होता। कभी कभी ईश्वर अपना प्रतिनिधि किसी न किसी रूप में मदद करने भेज देते हैं, या दीन जन क…
ईश्वर की चाह - लघुकथा - गोपाल मोहन मिश्र
शुक्रवार, अप्रैल 30, 2021
अपने गुरु के पास जाकर वो बार-बार पूछता - गुरुदेव मुझे भगवान की प्राप्ति कैसे होगी? मुझे ईश्वर के दर्शन कब होंगे? गुरु उसे बार-बार समझा…
ईश्वर का धन्यवाद - कविता - सुधीर श्रीवास्तव
शुक्रवार, जनवरी 08, 2021
आइए! ईश्वर का धन्यवाद करते हैं, अपने अंदर बैठे ईश्वर को नमन करते हैं। ईश्वर ने हमें वो सब दिया जो हमारी ज़रूरत है, पर हमनें वो नहीं क…
श्रम ही ईश्वर है - कविता - सुधीर कुमार रंजन
शुक्रवार, अगस्त 28, 2020
हां, आज़ सबके साथ, मैंने भी जश्न मनाए, खुशियों के गीत गाए, लड्डुओं के भोग लगाए, मिट्टी के भी दीप जलाए, पटाखे भी जमकर फोड़…