शिव शरण सिंह चौहान 'अंशुमाली' - फ़तेहपुर (उत्तर प्रदेश)
ईश्वर है रखवाला - मुक्तक - शिव शरण सिंह चौहान 'अंशुमाली'
गुरुवार, जून 12, 2025
क्षणभंगुर यह अरे जीवनी! रुको नहीं तुम पथ पर।
साहस धैर्य प्रेम का आश्रय ले रहना तुम गत्वर॥
सत् पथ चलो 'अंशुमाली' तुम ईश्वर है रखवाला–
त्याग मनोमालिन्य उसी को जपते रहना सत्वर॥
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