ईश्वर है रखवाला - मुक्तक - शिव शरण सिंह चौहान 'अंशुमाली'

ईश्वर है रखवाला - मुक्तक - शिव शरण सिंह चौहान 'अंशुमाली' | Muktak - Ishwar Hai Rakhwala. ईश्वर पर मुक्तक रचना
क्षणभंगुर यह अरे जीवनी! रुको नहीं तुम पथ पर।
साहस धैर्य प्रेम का आश्रय ले रहना तुम गत्वर॥
सत् पथ चलो 'अंशुमाली' तुम ईश्वर है रखवाला–
त्याग मनोमालिन्य उसी को जपते रहना सत्वर॥

शिव शरण सिंह चौहान 'अंशुमाली' - फ़तेहपुर (उत्तर प्रदेश)

Instagram पर जुड़ें



साहित्य रचना को YouTube पर Subscribe करें।
देखिए साहित्य से जुड़ी Videos