विद्यालय संग सात दिवस - बाल कविता - रविंद्र दुबे 'बाबु'

विद्यालय संग सात दिवस - बाल कविता | Bal Kavita - Vidyalay Sang Saat Diwas - Hindi Kids Poem On School And Sunday. स्कूल और रविवार पर कविता
सोमवार को भोर हुआ, 
स्कूल जाने बड़ शोर हुआ। 
मंगलवार दिन बड़ा सुहाया, 
दोस्तो का हैं साथ दिलाया। 
बुधवार को सब मस्ती करते, 
टीचर पढ़ाती हँसते-हँसते। 
गुरुवार जी सब लाते ख़्याल, 
होमवर्क देख हाल बेहाल। 
शुक्रवार को गए मैदान, 
गिरे, लगे, खेलें सीना तान। 
शनिवार थकान सी होती, 
नींद के मारे आँख न खुलती। 
रविवार सबका, दिन है महान, 
स्कूल से हो जाऊँ अनजान। 
मात पिता भी कुछ न कहते, 
खेले मस्ती सैर है करते। 
शाम जो आए घोर अँधेरा, 
फ़िर से स्कूल का, शोर है पुरा। 


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