हे वीणा वादिनी स्वागत बारंबार है - कविता - आशीष कुमार

हम बच्चों को सबसे प्यारा
वसंत पंचमी त्यौहार है,
हे वीणा वादिनी शारदे मैया
स्वागत बारंबार है।

निर्मल मन से मूर्ति बैठाते
विधि विधान से पूजा करते,
तेरे आशीष की आशा है बस
हो जाता सब का बेड़ा पार है।

तेरी दया है हम पर मैया
तेरा ही उपकार है,
पट खोलो माँ दर्शन दे दो
स्वागत बारंबार है।

ज्ञान की गंगा वीणा से बहाती
मधुर वचन वाणी में भरती,
आचार विचार है पावन होते
हो जाता सुखी संसार है।

तेरी कृपा से होता मैया
हम सब का उद्धार है,
हे विद्या बुद्धि दायिनी मैया
स्वागत बारंबार है।

आशीष कुमार - रोहतास (बिहार)

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