गणतंत्र दिवस - कविता - नंदिनी लहेजा

चलो तिरंगा फहराएँ बड़ी शान से,
गणतंत्र दिवस मनाये अभिमान से।
संविधान के बिन स्वतंत्रता थी अधूरी,
संविधान के मिलने से हुई फिर।
गणतंत्र का मान बढ़ाएँ सम्मान से,
चलो तिरंगा फहराएँ बड़ी शान से।
तीन वर्ष के अथक परिश्रम,
सबसे बड़े लोकतंत्र का राष्ट्र बने हम।
देश प्रेम को ह्रदय में जगाएँ उल्लास से,
चलो तिरंगा फहराएँ बड़ी शान से।
है तिरंगा शान हमारी,
इसमें निहित पहचान हमारी।
तीन रंग इसके सन्देश है देते,
बलिदान, शांति, सम्पन्नता
का प्रतीक है बनते।
अपने तिरंगे को करें नमन सम्मान से,
चलो तिरंगा फहराएँ बड़ी शान से।

नंदिनी लहेजा - रायपुर (छत्तीसगढ़)

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