सुधीर श्रीवास्तव - बड़गाँव, गोण्डा (उत्तर प्रदेश)
पन्ना धाय - कविता - सुधीर श्रीवास्तव
शनिवार, अप्रैल 03, 2021
कौन नहीं जानता?
किसे नहीं पता?
पन्ना धाय की विशालता को,
जिसकी विशालता के आगे
हिमालय भी छोटा हो गया।
पन्ना के त्याग के आगे
धरती आकाश क्या
ब्रह्मांड तक हिल गया।
ममता ने जिसे बेज़ार कर दिया,
हौसले का पत्थर
सीने पर रख लिया।
जाने कैसे उसमें?
इतना साहस आ गया,
उदयसिंह की जान बचाने की ख़ातिर
अपनी ही कोख उजाड़ लिया।
त्याग की ऐसी मिसाल
न पहले सुनी गई
और न ही सुनी जाएगी,
पन्ना के त्याग की गाथा
सदियों सदियों तक
यूँ ही सुनाई जाएगी।
पत्थर से जिगर वाले की भी
बार बार आँख भर आएगी।
साहित्य रचना को YouTube पर Subscribe करें।
देखिए साहित्य से जुड़ी Videos
विशेष रचनाएँ
सुप्रसिद्ध कवियों की देशभक्ति कविताएँ
अटल बिहारी वाजपेयी की देशभक्ति कविताएँ
फ़िराक़ गोरखपुरी के 30 मशहूर शेर
दुष्यंत कुमार की 10 चुनिंदा ग़ज़लें
कैफ़ी आज़मी के 10 बेहतरीन शेर
कबीर दास के 15 लोकप्रिय दोहे
भारतवर्षोन्नति कैसे हो सकती है? - भारतेंदु हरिश्चंद्र
पंच परमेश्वर - कहानी - प्रेमचंद
मिर्ज़ा ग़ालिब के 30 मशहूर शेर