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विधा/विषय "नफ़रत"
लगी आग नफ़रत की ऐसी - ग़ज़ल - मोहम्मद मुमताज़ हसन
मंगलवार, जनवरी 19, 2021
मैं जब भी पुराना मकान देखता हूँ। थोड़ी बहुत ख़ुद में जान देखता हूँ। लड़ाई वजूद की वजूद तक आई, ख़ुदा का यह भी इम्तिहान देखता हूँ। उजड़ गया आ…
बेहद नफरत से मिलेंगे हम दोनों - नज़्म - अंकित राज
सोमवार, अगस्त 17, 2020
की अब के ज़ब मिलेंगे, तो बेहद नफरत से मिलेंगे हम दोनों,, अब के जो रास्तों में टकराएंगे, तो एक दूजे से नज़रें फेर लेंगे हम दोनों,,…
नफ़रतों ने चाहतों का हौसला देखा नहीं - ग़ज़ल - मनजीत भोला
शुक्रवार, मई 22, 2020
नफ़रतों ने चाहतों का हौसला देखा नहीं प्यार की बातें करेंगे जान की परवा नहीं वक़्त भी बेचैन अब है आदमी की जात सा दौड़ता है भागता है…