संदेश
स्वतंत्रता दिवस - कविता - डॉ॰ राम कुमार झा 'निकुंज'
क़ुर्बानी का प्रतिमान शान स्वतंत्रता दिवस बहु पावन है। अरमानों का सोपान मान आज़ादी जन मनभावन है। उन्मुक्त उड़ानें ख़ुशियाँ मन मुस्कान खिल…
आज़ादी का अमृत महोत्सव - कविता - डॉ॰ सत्यनारायण चौधरी
आओ सब मिल कर मनाएँ उत्सव, आज़ादी का अमृत महोत्सव। साल पचहत्तर बीते हैं अभी तक, नाम भारत का गूँज रहा जल थल नभ तक। उड़ान जो भरी है अब नह…
ध्वज हर घर में फहराता है - गीत - उमेश यादव
तीन रंग में रंगा तिरंगा, ध्वज हर घर फहराता है। शौर्य शांति और प्रगति से, सबका मान बढ़ाता है॥ हरा स्वेत केसरिया रंग का, ध्वजा हमारी शा…
आज़ादी का अमृत महोत्सव - कविता - बृज उमराव
बीत चुके हैं वर्ष पचहत्तर, बेड़ी कटी ग़ुलामी की। वर्ष गाँठ हम सभी मनाएँ, वतन की इस आज़ादी की॥ अनगिनत शहीदों को श्रद्धांजलि, अर्पित देश य…
आज़ादी का पर्व - दोहा छंद - द्रौपदी साहू
वीरों के संघर्ष से, मुक्त हुआ जब देश। लहर उठी आनंद की, दूर हुआ सब क्लेश॥ आज़ादी का पर्व है, करते सब सम्मान। मन में भर उत्साह से, गाते ह…
आज़ादी की आँधी महात्मा गाँधी - कविता - मदन सिंह फनियाल
ढाल-तलवार को छुआ नहीं, विजय पताका फहरा दी। सुलगा के चिंगारी आज़ादी की आग दिलों में लगा दी।। त्याग कर पथ हिंसा का, जोत अहिंसा का जगा दी।…
ये आज़ादी का अमृत महोत्सव - कविता - गणपत लाल उदय
ये आज़ादी का अमृत महोत्सव सबको मनाना है, जान से प्यारा यह तिरंगा हम सबको फहराना है। उनके पदचिन्हों पर आज हम सभी को चलना है, वीर-सैनान…