तीन रंग में रंगा तिरंगा, ध्वज हर घर फहराता है।
शौर्य शांति और प्रगति से, सबका मान बढ़ाता है॥
हरा स्वेत केसरिया रंग का, ध्वजा हमारी शान है।
अनवरत प्रगति के चक्र से, अपना देश महान है॥
जोश जगाता राष्ट्र प्रेम का, साहस शौर्य बढ़ाता है।
तीन रंग में रंगा तिरंगा, ध्वज हर घर फहराता है॥
सुखी सम्मुन्नत राष्ट्र हमारा, सारे जहाँ से प्यारा है।
स्नेह प्रेम सद्भाव सिखाता, अखिल विश्व में न्यारा है॥
आन बाण और शान बढ़ाता, ध्वज नभ में लहराता है।
तीन रंग में रंगा तिरंगा, ध्वज हर घर फहराता है॥
अमृत महोत्सव आज़ादी का, आओ अमृत पान करें।
जीवन के अंतिम स्वाँस तक, झंडे का सम्मान करें॥
राष्ट्र के लिए जीना मरना, ध्वज हमको सिखलाता है।
तीन रंग में रंगा तिरंगा, ध्वज हर घर फहराता है॥
उमेश यादव - हरिद्वार (उत्तराखंड)