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शरद पूर्णिमा - कविता - सुषमा दीक्षित शुक्ला
तपस्विनी के ओजस मुख सा, अद्भुत शीतल शरद चन्द्र है। पावस की घनघोर घटा संग, शशि सँग आया आज इन्द्र है। बरखा रानी नाच-नाच कर, सुख दुः…
मनभावन पूर्णिमा - कविता - रविंद्र दुबे 'बाबु'
चटक चाँदनी चंद्र किरणें, शुक्ल आश्विन की पूर्णिमा, सिंगार राधिका कृष्ण को अर्पित, प्रेम का महारास है पूर्णिमा। शरद ऋतु का मोहक चाँद, व…
शरद पूर्णिमा - गीत - अभिनव मिश्र 'अदम्य'
यह शरद पूर्णिमा का शशांक, खिल गया तीव्र लेकर उजास। पावन बृजभूमि अधीर हुई, यमुना की लहरों में हलचल। हो गया दृश्य रमणीक रम्य, खिल उठे सर…
शरद पूर्णिमा - कविता - रमाकांत सोनी 'सुदर्शन'
चंद्र रश्मियाँ बरसाती अमृत रस की धार, शरद पूर्णिमा है बड़ा पावन हिंदू त्योहार। धर्म-कर्म संग आस्था इष्ट पर विश्वास, पूर्ण चंद्र पूर्ण …
शरद पूर्णिमा - कविता - डॉ॰ देवेंद्र शर्मा
दुग्ध धवल सम मधुर चाँदनी, बरस रही है जल थल में, कौन बचा स्नात होने से, अवनि और अंबर तल में। धीमे-धीमे मलय समीरण, करता कोंपल कलि से बात…
शारद शीतल पूर्णिमा - दोहा - डॉ. राम कुमार झा "निकुंज"
शरदपूर्णिमा दिवस में, सिद्धियोग सर्वार्थ। धन वैभव सुख कीर्ति फल, दानपुण्य परमार्थ।।१।। सजी चारु षोडश कला, चन्द्रप्रभा रजनीश। महारास…
पूनम का चाँद - कविता - अतुल पाठक "धैर्य"
आज पूनम है नज़र आता चाँद, शरद ऋतु का गज़ब ढाता चाँद। कभी घटता तो कभी बढ़ जाता है, चन्द्र कलाएँ नित नई-नई करता है। पूर्ण चाँद आज की शाम ही…