संदेश
कण्वाश्रम - लेख - सुनीता भट्ट पैन्यूली
हिमालय के दक्षिण में, समुद्र के उत्तर में, भारत वर्ष है जहाँ भारत के वंशज रहते हैं। संभवतः मैं उसी जगह पर खड़ी हूँ जहाँ हस्तिनापुर के र…
इगास पर्व उत्तराखंड - लेख - सुनीता भट्ट पैन्यूली
"भैलो रे भैलो काखड़ी को रैलू, उज्यालू आलो अंधेरो भगलू" इगास पर्व पर उपरोक्त गढ़वाली लोकगीत गाते हुए,भैलों खेलते, गोल-घेरे मे…
आस्था का महापर्व छठ - लेख - कुमुद शर्मा 'काशवी'
“पहिले पहिल हम कईनी, छठी मईया बरत तोहार। करिहा क्षमा छठी मईया, भूल-चूक ग़लती हमार।” “घरे घरे होता माई के बरतिया...” दीपावली बितते-बितते…
छठ पर्व - लेख - सुनीता भट्ट पैन्यूली
जल-लहरियों में आस्था और विश्वास के रंगों में सजी, शृंगार-विन्यास में व्रतधारी स्त्रियाँ दूर पहाड़ों पर नीम-कुहासे को पछाड़ कर आसमान की…
रावण, ज्ञान और अधर्म - लेख - सिद्धार्थ 'सोहम'
रावण, लंकेश, दशानन इत्यादि नामों से प्रसिद्ध ऋषि पुलस्त्य का वंशज, वेदांग का ज्ञाता, भक्ति और शक्ति में लीन, परम प्रतापवान नीति पारंगत…
गांधी जी और स्वतंत्र भारत की स्त्री - लेख - सुनीता भट्ट पैन्यूली
गांधी जी का जीवन-दर्शन आश्रय स्थल है उन जीवन मूल्यों और विचारों का जहाँ श्रम है, सादगी है सदाचार है, आत्मसम्मान है, सत्य है, अहिंसा है…
हिंदी राजभाषा का उन्नयन और प्रसार - लेख - सुनीता भट्ट पैन्यूली
“जिस देश को अपनी भाषा और साहित्य के गौरव का अनुभव नहीं है, वह उन्नत नहीं हो सकता।” – डॉ॰ राजेन्द्र प्रसाद 14 सितंबर यानि हिंदी राजभाषा…
खेल में महिलाओं की अग्रणी भूमिका - लेख - मनोज कौशल | राष्ट्रीय खेल दिवस (29 अगस्त) पर लेख
भारत में प्रतिवर्ष खेल को बढ़ावा देने हेतू 29 अगस्त को राष्ट्रीय खेल दिवस के रूप में मनाया जाता है। हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद का इस…
कौन है कृष्ण? - लेख - सिद्धार्थ 'सोहम'
भारत मान्यताओं, परंपराओं और संस्कृति को आज भी प्रासंगिक बनाने वाला राष्ट्र, लिखित रूप से 5000 साल पुरानी सभ्यता जो मात्र विश्वगुरु होन…
श्री कृष्ण जन्माष्टमी: जीवन में गुणों को धारण करने का पर्व - लेख - आर॰ सी॰ यादव
सुख-समृद्धि की कामना करते हुए दैहिक, दैविक और भौतिक बाधाओं से मुक्ति के लिए मनुष्य का धर्मपरायण होना ज़रूरी है। ईश्वर की पूजा उपासना कर…