संदेश
सरस्वती वंदना - कविता - गणेश भारद्वाज
हे हंस वाहिनी, ज्ञान दायिनी मुझ पर अपनी कृपा करो मैं भी हूँ तेरा सेवक माता माँ मेरा भी कल्याण करो। मेरे मन की बात सुनो माँ कलम में मेर…
मॉं ज्ञानदेय - कविता - महेन्द्र सिंह कटारिया
करूँ मॉं आराधना तेरी, वंदना स्वीकार कर लेना। निज चरणों में दे शरण, भण्डार ज्ञान से भर देना। इस अनभिज्ञ दुनिया में, श्रेष्ठ संस्कार सब …
हे हंसवाहिनी माता - गीत - सुषमा दीक्षित शुक्ला
हे हंसवाहिनी माता! अब हम पे रहम करना। हम तेरे ही बालक हैं, माँ हमपे करम करना। सुन मेरी करुण कहानी, माँ दूर करो नादानी। मैं दुर्बल सठ अ…
वसन्त पञ्चमी - कविता - डॉ॰ राम कुमार झा 'निकुंज'
नव वसन्त तिथि पञ्चमी शुभा, पावन दिन मधुमास मधुर है। पूजन अर्चन विनत ज्ञानदा, विद्याधन अभिलास मधुर है। सरस्वती माॅं भारत मुदिता, हंसवाह…
हे मधुमास! ऋतुपति बसंत - कविता - राघवेंद्र सिंह
हे मधुमास! ऋतुपति बसंत, आओ राजा हे अधिराज! हे मधुऋतु! हे कुसुमाकर प्रिय! आओ बासंतिक पहन ताज। आ गया माघ का शुक्ल पक्ष, आ गई पंचमी तिथि …
बसंत - कविता - सुधीर श्रीवास्तव
ऋतुराज बसंत जब आता है, संग माँ सरस्वती को लाता है। माघ मास शुक्ल पक्ष को, बसंत पंचमी भी साथ लाता है। माँ धवलधारिणी, माँ ज्ञानदायिनी, म…
माँ शारदे की चरणों में - गीत - प्रवीन 'पथिक'
हे माँ! इतनी शक्ति दो, उर में अगाध भक्ति दो। कि तुझसे दूर न जाऊँ मैं, बस तुझको दिल में पाऊँ मैं। हो जाए यदि राह भ्रमित, दुनिया की लुभा…