संदेश
पति-पत्नी - कविता - विजय कुमार सिन्हा
दो अनजाने परिवारों के बच्चे बंधते हैं एक साथ परिणय सूत्र में परिणय सूत्र में बंधते ही हो जाते हैं जीवन भर के लिए एक दूसरे के लिए। और …
पति-पत्नी का प्यार - कुण्डलिया छंद - भगवती प्रसाद मिश्र 'बेधड़क'
दिन कटता कशमकश में, रात रार ही रार। किन गलियों में खो गया, पति-पत्नी का प्यार॥ पति-पत्नी का प्यार, दिख रहा अंजानों सा। पीठ खाट पर जोड़,…
काश मैं मोबाइल होती - लघुकथा - अंकुर सिंह
"आज काम बहुत था यार, बुरी तरह से थक गया हूँ।" सोफ़ा पर अपना बैग रखते हुए अजीत ने कहा। "अजीत, जल्दी से फ्रेश हो जाओ तु…
हाय ये बेरुख़ी - लघुकथा - नृपेंद्र शर्मा 'सागर'
आज साहिल और सरिता की मैरिज एनिवर्सरी है। साहिल बहुत ख़ुश है, वह ख़्वाब सजा रहा है कि सरिता आज अच्छे से शृंगार करेगी, उसकी पसन्द की साड़ी …
मैं सुहागन तेरे कारण - गीत - आशीष कुमार
मैं सुहागन तेरे कारण तेरे कारण ओ सजना जो तू नहीं तो फिर क्या ये बिंदी क्या कंगना मैं सुहागन तेरे कारण तेरे कारण ओ सजना। जब से तेरा साथ…
हमसफ़र - कविता - शेखर कुमार रंजन
अग्नि को साक्षी मानकर प्रेयसी, सात जन्मों तक वचन निभाऊँगा। अंतरंग ललाम सबब है भार्या, जो मैं तुमसे चित्त लगाऊँगा। मैं तुम्हारे अरमानों…
सात जन्मों के सातों वचन - कविता - शालिनी तिवारी
बढ़ रहे हैं दो अजनबियों के क़दम, लेने सात जन्मों के सातों वचन, दोनों के दिलों में है यह उलझन, क्या निभा पाएँगे सात जन्मों के सातों वचन?…