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विधा/विषय "नींद"
नींद कहाँ आती है - कविता - प्रमोद कुमार
शनिवार, मई 20, 2023
अकेला मन उदास हो, और सपनों का दास हो। नींद कहाँ आती है! ख़ूबसूरत जीवनसाथी हो, पर हरदम जज़्बाती हो। नींद कहाँ आती है! घर में बेटी जवान हो…
मैंने अपनी नींद में - कविता - इमरान खान
सोमवार, अगस्त 22, 2022
मैंने अपनी नींद में बस तुम्हारा नाम पुकारा है। कितनी बार देखा तुम्हें पर आँखें नहीं भरी। तुम्हारे होंठों से निकला हुआ, गुलाबी पारदर्…
लोरी - गीत - प्रवल राणा "प्रवल"
गुरुवार, मई 27, 2021
मेरे लाल आजा सो जा, चंदा भी सो गया है। निंदिया बड़ी ही प्यारी तेरी राह तक रही है। तेरे इंतज़ार में तेरी माता भी जग रही है। मेरे लाल आज स…
वो नींद - नज़्म - हरि ओम राजपूत
गुरुवार, सितंबर 24, 2020
वो नींद मुझे जब आती थी, सोने से पहले सोने तक ! वो कई गुजारी रातें थी, वो भोर सुनहरी किरणों तक !! वो ख्वाब तुम्हारे आते थे, आकर फिर कतर…