संदेश
जिम्मेदारी - कविता - सुधीर श्रीवास्तव
ये देश हमारा है बस इसी गुमान में मत रहिए देश से प्यार भी कीजिए, आपकी भी कुछ जिम्मेदारियां भी हैं उसका भी निर्वाह कीजिए। देश और देश के …
भाग दौड़ जग में मची - दोहा छंद - डॉ. राम कुमार झा "निकुंज"
भागदौड़ जग में मची, चाह हृदय सिरमोर । लगा रहे तरकीब सब, छल प्रपंच हर ओर।।१।। चाहत की सीमा नहीं, मचता भागमभाग। कहाँ किधर किसके लिए, प्रल…
मेरे देश का मजदूर - कविता - हरिराम मीणा
मजदूरों की ताकत जानो, उनकी शक्ति को पहचानो। तुम खाते हो बिरयानी, वह क्या जाने पकवान को।। मत भूलो उनके वादे, वह होते हैं सीधे-साधे। खुद…
ये दौर कब जाएगा - कविता - अरविन्द कालमा
कब यहाँ जातिवाद खत्म हो पाएगा कब मानव सुखी जीवन जी पाएगा। इस दौर में मानवता शर्मसार हो रही पता नहीं ये दौर कब जाएगा।। इस दौर ने झेली ब…
हिन्दी मेरे देश की आशा - कविता - अतुल पाठक "धैर्य"
हिन्दी मेरे राष्ट्र की भाषा, हिन्दी मेरे देश की आशा। हिन्दी साहित्य उन्नयन हो, यह मेरी है अभिलाषा। हिन्दी के बोल बड़े अनमोल, न…
भारत देश हैं महान - कविता - मधुस्मिता सेनापति
यह भारत देश हैं हमारा यह देश हैं सबसे प्यारा जो सभी देशों का हैं यारा वह तो भारत देश हैं हमारा.......!! वतन हमारा ऐसा जिसे कोई …
तेरा देश पुकारे - गीत - डॉ. राम कुमार झा "निकुंज"
जागो रे भारत सन्तानें , तेरा देश पुकारे। सिसक रही है मातु भारती , आगे हाथ पसारे। जागो रे भारत सन्तानें …